मात्र चार डाक्टरों के कंधों पर स्वास्थ्य केंद्र की कमान
नगर के सरकारी अस्पताल की बागडोर मात्र चार डाक्टरों के सहारे है। जबकि अस्पताल में प्रतिदिन नए पुराने मिलाकर सैकड़ों मरीज उपचार को आते है। डाक्टरों की कमी के चलते मरीज प्राइवेट व जिला स्तर पर उपचार कराने को विवश है।
बुलंदशहर, जेएनएन। नगर के सरकारी अस्पताल की बागडोर मात्र चार डाक्टरों के सहारे है। जबकि अस्पताल में प्रतिदिन नए पुराने मिलाकर सैकड़ों मरीज उपचार को आते है। डाक्टरों की कमी के चलते मरीज प्राइवेट व जिला स्तर पर उपचार कराने को विवश है।
नगर के रेलवे रोड स्थित सीएचसी में आने वाले मरीजों की जिम्मेदारी मात्र चार डाक्टरों के कंधों पर है। तैनात डाक्टरों में चिकित्सा प्रभारी अधीक्षक डा. हेमंत गिरी, डाक्टर आनंद कुमार, महिला चिकत्साधिकारी डा. नीरजा शर्मा एवं डा. मोहित राघव है। जबकि अस्पताल में बाल रोग, हड्डी रोग, दंत रोग, सर्जन आदि के महत्वपूर्ण पद रिक्त है जहां कई माह से डाक्टरों की कोई भी तैनाती नही की गई है। डाक्टरों की कमी का खामियाजा स्थानीय सहित दूरदराज से आने वाले मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। इस अस्पताल में स्थानीय सहित दूरदराज गांव के सैकड़ों नए पुराने मरीज प्रतिदिन उपचार हेतु आते है। मरीजों के रोग से संबंधित डाक्टरों की तैनाती न होने से मरीजों जिला अस्पताल या प्राइवेट अस्पतालों का सहारा लेना पड़ रहा है। इस बाबत चिकित्सा प्रभारी अधीक्षक डा. हेमंत गिरी ने बताया कि अस्पताल में कई रोगों से संबंधित डाक्टरों की तैनाती नही हो सकी है जिसके लिए उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।