स्वच्छता मिशन अधूरा, घर-घर से नहीं उठ पा रहा कूड़ा
शहर में घर-घर से कूड़ा उठाने की योजना लड़खड़ा रही है। इससे सफाई व्यवस्था चौपट हो गई है।
जागरण संवाददाता, बुलंदशहर
शहर में घर-घर से कूड़ा उठाने की योजना लड़खड़ा रही है। इससे सफाई व्यवस्था चौपट हो गई है। शहरभर में जहां-तहां कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। शहर को साफ रखने के लिए नगर पालिका साफ-सफाई व्यवस्था पर काफी खर्च करती है। कई बार पालिका के खिलाफ नगरवासी प्रदर्शन कर चुके हैं।
अनूपशहर अड्डा, स्याना अड्डा, चालीस फुटा, ताज मस्जिद वाली गली, आवास-विकास आदि मोहल्लों में कुछ दिन पहले तक घर-घर से कूड़ा उठाने के लिए पालिका के कर्मचारी आते थे। पालिका की गाड़ी भी वार्डो में घूमती थी। लेकिन अब पिछले एक माह से सफाई व्यवस्था चौपट है। न घरो से कूड़ा उठ रहा है और पालिका के सफाईकर्मी ही कूड़ा उठाने के लिए पहुंच रहे हैं। नतीजन मोहल्ले में जहां-तहां ही लोग कूड़ा फेंक देते हैं। नगरपालिका की गाड़ी भी सप्ताह में एक-दो बार ही पहुंचती है।
साबिर, हसरत अली और सतीश ने बताया कि कूड़ा उठाने के लिए कई बार पालिका अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं। लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है। दो बार पालिका के खिलाफ प्रदर्शन भी हो चुका है। ऐसे में मोहल्ले में बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है। सफाई निरीक्षक का कहना है कि काली नदी के पास वाले इलाके में कूड़ा न उठने की समस्या है। टेंडर के लिए फाइल प्रक्रिया में है। कुछ दिन में सभी व्यवस्थाएं सही हो जाएंगी। शहर से प्रतिदिन 90 कुंतल कूड़ा निकलता है।
अभी हो रहा हा ट्रायल
घर-घर से कूड़ा उठाने के लिए पालिका ने ट्रायल कराया है। कुछ मोहल्लों में ट्रायल हो चुका है और कुछ में अभी चल रहा है। अभी कूड़ा उठाने के लिए पालिका के कर्मचारी लगाए जाए रहे हैं। बाद में प्राइवेट ठेकेदार को ठेका दिया जाएगा। जब घर-घर से कूड़ा उठाने की योजना लागू की जाएगी तो प्रति घर से यूजर चार्ज वसूला जाएगा।
कर्मचारी लगाने के नाम पर खेल
नगरपालिका में सफाई कराने के नाम पर भी खेल हो रहा है। वार्ड में सफाई करने के नाम पर प्राइवेट ठेकेदारों ने 12 से 14 कर्मचारी दिखा रखे हैं। जबकि हकीकत में यहां दो से चार कर्मचारी ही सफाई करने के लिए पहुंच रहे हैं। जबकि वेतन सभी कर्मचारियों का निकाला जाता है।
प्लाट कब्जाना चाहते हैं कुछ लोग, इसलिए हो रहा हल्ला : चेयरमैन
नगर पालिका चेयरमैन मनोज कुमार गर्ग का कहना है कि कूड़ा उठाने की कोई समस्या नहीं है। चालीस फुटा के पास एक पार्क की भूमि है। जिसको वहां के दस से बारह लोग कब्जाना चाहते हैं। इसलिए बिना वजह शोर मचा रहे हैं। इसके बाद भी यदि कोई समस्या है तो तुरंत सफाईकर्मी और सफाई नायक पहुंचते हैं।