मुख्य आरोपित योगेश राज जेल से रिहा
स्याना हिसा के मुख्य आरोपित बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज शुक्रवार सुबह जेल से रिहा हो गए। हाईकोर्ट ने सुनवाई के बाद उनकी 25 सितंबर को जमानत याचिका मंजूर की थी।
बुलंदशहर, जेएनएन : स्याना हिसा के मुख्य आरोपित बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज शुक्रवार सुबह जेल से रिहा हो गए। हाईकोर्ट ने सुनवाई के बाद उनकी 25 सितंबर को जमानत याचिका मंजूर की थी। वह नौ माह तक जेल में रहे। गुरुवार देर रात जेल प्रशासन को उनकी रिहाई का परवाना मिला था। स्वागत करने पहुंचे बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने जेल के गेट से लौटा दिया। योगेश राज पर राज द्रोह भी लगाई गई थी।
पिछले साल तीन दिसंबर को स्याना के महाव गांव में गोवंशों के अवशेष मिलने पर चिंगरावठी पुलिस चौकी के पास हिसा हो गई थी। इसमें इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह गोली लगने से शहीद हो गए थे और चिंगरावठी गांव निवासी सुमित की भी गोली लगने से मौत हो गई थी। पुलिस ने 27 आरोपितों को नामजद करते हुए 60 अज्ञात बलवाइयों पर मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले में गठित एसआइटी व पुलिस ने नयाबांस गांव निवासी बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज समेत करीब 43 आरोपितों को जेल भेजा था। शुक्रवार को इस मामले में जेल में बंद योगेश राज को भी जेल से रिहा कर दिया गया। जेल से रिहा होने के बाद योगेश राज समर्थकों के साथ सबसे पहले भाजपा व इसके बाद वह बजरंग दल कार्यालय पहुंचे। शहर में दोस्तों व रिश्तेदारों से मिलने के बाद दोपहर करीब सवा तीन बजे वह नयाबांस गांव स्थित अपने घर पहुंचे। स्याना हिसा में अब तक योगेश राज समेत 36 आरोपितों को जमानत मिल चुकी है।
स्याना हिसा से मेरा कोई लेना-देना नहीं : योगेश राज
जेल से रिहा होने पर अपने घर पहुंचे योगेश राज ने मीडिया को बताया कि 20-25 गोवंशों की हत्या के कारण स्याना हिसा हुई थी। स्याना हिसा से उनका कोई लेना-देना नहीं है। घटना के समय वह मौके पर नहीं थे। उन्होंने बताया कि जेल में ज्यादातर समय अध्ययन में बीता है। केस की सुनवाई के दौरान अदालत में वह अपना पक्ष रखेंगे। न्यायालय पर पूरा भरोसा है। बताया कि तीन जनवरी को वह जेल गए थे और नौ माह बाद यानि चार अक्टूबर को रिहा हुए हैं।
अभी ये हैं जेल में बंद
-स्याना हिसा में अभी चिगरावठी गांव निवासी प्रशांत नट, जोनी, लोकेन्द्र, ओमेंद्र, डेविड व राहुल अभी जिला कारागार में बंद हैं, जबकि हनुमानपुर निवासी राजा नाबालिग होने के कारण बाल सुधार गृह में है।
इनका कहना है..
योगेश का परवाना गुरुवार देर रात मिला था। शुक्रवार सुबह उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया।
-ओपी कटियार-जेल अधीक्षक