निसुर्खा में पिता की मूर्ति का अनावरण करने पहुंचे थे चौधरी अजित सिंह
बीबीनगर क्षेत्र के गांव निसुर्खा किसान मसीहा और पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा का गांव की चौपाल पर स्थापित की थी। 10 फिट लंबी इस मूर्ति का अनावरण करने रालोद मुखिया चौधरी अजित सिंह स्वयं पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने चौधरी चरण सिंह के अनुयायियों को अपने हितों की लड़ाई लड़ने के लिए सदैव तैयार रहने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा था कि चुनाव के समय नेता जी आते हैं और किसानों के हमदर्द बनकर निकल जाते हैं। किसान को अपनी लड़ाई खुद लड़नी होगी। अपने बच्चों के लिए आरक्षण की मांग के लिए सड़कों पर आना होगा और संघर्ष करना होगा।
बुलंदशहर, जेएनएन। बीबीनगर क्षेत्र के गांव निसुर्खा किसान मसीहा और पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा का गांव की चौपाल पर स्थापित की थी। 10 फिट लंबी इस मूर्ति का अनावरण करने रालोद मुखिया चौधरी अजित सिंह स्वयं पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने चौधरी चरण सिंह के अनुयायियों को अपने हितों की लड़ाई लड़ने के लिए सदैव तैयार रहने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा था कि चुनाव के समय नेता जी आते हैं और किसानों के हमदर्द बनकर निकल जाते हैं। किसान को अपनी लड़ाई खुद लड़नी होगी। अपने बच्चों के लिए आरक्षण की मांग के लिए सड़कों पर आना होगा और संघर्ष करना होगा।
82 वर्षीय चौधरी बिजेंद्र सिंह ने बताया कि 2019 में निसुर्खा के ग्रामीणों ने एक पंचायत की और गांव की पूर्वी दिशा में करीब 200 गज जमीन में चौधरी चरण सिंह स्मारक बनाने की योजना बनाई। राजस्थान से चौधरी चरण सिंह की 10 फिट ऊंची मूर्ति बनवाई गई और गांव में बैंडबाजों के साथ विस्थापित की। किसान मसीहा चौधरी चरण सिंह की मूर्ति का अनावरण करने के लिए चौधरी अजित सिंह को निमंत्रण भेजा गया। निमंत्रण पाते ही चौधरी अजित सिंह और त्रिलोक त्यागी गांव में पहुंचे और अपने पिता की मूर्ति का अनावरण किया।
ग्रामीणों ने की शोक सभा
शुक्रवार की देर रात ग्रामीणों ने डा. कुंवरवीर चौधरी के नेतृत्व में एक शोक सभा का आयोजन किया और दो मिनट का मौन रख स्व. चौधरी अजित सिंह की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। चौधरी अजित सिंह के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कुंवरवीर सिंह ने कहा कि भारत के सबसे बड़े किसान नेता के निधन से किसान बिरादरी बहुत दुखी और आहत हैं। इनकी क्षति को कभी पूरा नहीं किया जा सकेगा। शोक सभा में चौधरी हरवंश सिंह, चौधरी बिजेंद्र नेहरा, जगवीर सिंह, निहाल सिंह, मंजीत नेहरा, ललित कुमार नरेश,अनुज रामबीर सिंह राजेश सिंह, रनवीर सिंह, ओमवीर सिंह, सुधीर चौधरी आदि गांववासी उपस्थित रहे।