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दुल्हन गर्भवती देख पति के उड़े होश, एसएसपी दरबार पहुंचा मामला Bulandshahar News

बुलंदशहर के एसएसपी संतोष कुमार सिंह के सामने गुरुवार को एक अजीबोगरीब मामला आया। सीओ ऑफिस से लेकर एसएसपी तक इस केस को सुलझाने में काफी समय लगा।

By Taruna TayalEdited By: Published: Thu, 05 Mar 2020 03:59 PM (IST)Updated: Thu, 05 Mar 2020 03:59 PM (IST)
दुल्हन गर्भवती देख पति के उड़े होश, एसएसपी दरबार पहुंचा मामला Bulandshahar News
दुल्हन गर्भवती देख पति के उड़े होश, एसएसपी दरबार पहुंचा मामला Bulandshahar News

बुलंदशहर, जेएनएन। एसएसपी संतोष कुमार सिंह के सामने गुरुवार को एक अजीबोगरीब मामला आया। सीओ ऑफिस से लेकर एसएसपी तक इस केस को सुलझाने में काफी समय लगा। हालांकि, केस अभी भी नहीं सुलझा है। दरअसल, एक युवती की उसके परिजनों ने शादी कर दी। ससुराल में जाने के बाद पता चलता है कि युवती दो माह की गर्भवती है। जिसके बाद पति ने पत्नी से इस बारे में पूछताछ की तो पता चला कि उसका एक युवक के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा है। यह बच्चा उसके प्रेमी का है। इसलिए अब अपने प्रेमी के साथ रहेगी। जिसके बाद मामला एसएसपी दरबार पहुंचा और बाद में महिला थाने।

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यह है मामला

सिकंदराबाद थानाक्षेत्र के एक गांव की रहने वाली युवती की शादी 15 फरवरी को नईमंडी चौकी क्षेत्र के एक गांव में हुई थी। शादी के कुछ दिन बाद दुल्हन के पेट में दर्द हुआ। जिसका चेक-अप कराने के लिए पति जिला अस्पताल में पहुंचा। यहां पर डॉक्टरों ने बताया कि उसकी पत्नी दो माह की गर्भवती है। जिसके बाद पति के होश उड़ गए। उसने पत्नी से पूरी बात पूछी। जिसके बाद पता चला कि उसकी पत्नी का प्रेमी है, जो अलीगढ़ का रहने वाला है और सिकंदराबाद में अपनी बहन के घर रहता है। साथ ही युवती के पति ने एसएसपी को बताया कि यदि उसे उसके घर भेज दिया तो उसके परिजन उसकी हत्या कर सकते हैं। प्रेमी को भी बुलाने का प्रयास किया गया, लेकिन प्रेमी एसएसपी ऑफिस नहीं पहुंचा। बाद में एसएसपी ने महिला थाना प्रभारी लक्ष्मी सिंह को बुलाया और युवती को उनकी सुपुर्दगी में दे दिया। आदेश दिया गया कि युवती के कोर्ट में धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराए। तब तक उसे जिला अस्पताल के ज्योति केंद्र में रखा जाए। युवती की सुरक्षा में महिला कॉन्स्टेबल भी ज्योति केंद्र में लगाई गई है।

इन्‍होंने बताया

यह मामला बेहद उलझा हुआ है, क्योंकि बिना तलाक के युवती को उसके प्रेमी के साथ नहीं भेजा जा सकता है। वहीं, युवती को परिजनों से भी खतरा है। इसलिए कोर्ट में बयान होने तक युवती को पुलिस अभिरक्षा में रखा गया है। बयान होने के बाद अदालत के फैसले का सम्मान किया जाएगा।

- संतोष कुमार सिंह, एसएसपी 


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