प्लास्टिक व पॉलीथिन मुक्त बुलंदशहर मुहिम से जुट रहा कारवां
सरकार द्वारा प्लास्टिक व पॉलीथिन के प्रयोग पर पाबंदी लगाने के बाद जिले में दो लोगों ने मिलकर इस मुहिम पर प्लास्टिक एवं पॉलीथिन मुक्त बुलंदशहर के नाम से समूह बनाया। समूह के माध्यम से जिले में प्लास्टिक और पॉलीथिन के प्रयोग नहीं करने की जागरूकता फैलाकर पर्यावरण संरक्षण की अलख जगा रहे हैं।
प्लास्टिक व पॉलीथिन मुक्त बुलंदशहर मुहिम से जुट रहा कारवां
बुलंदशहर, जेएनएन : सरकार द्वारा प्लास्टिक व पॉलीथिन के प्रयोग पर पाबंदी लगाने के बाद जिले में दो लोगों ने मिलकर इस मुहिम पर प्लास्टिक एवं पॉलीथिन मुक्त बुलंदशहर के नाम से समूह बनाया। समूह के माध्यम से जिले में प्लास्टिक और पॉलीथिन के प्रयोग नहीं करने की जागरूकता फैलाकर पर्यावरण संरक्षण की अलख जगा रहे हैं। दो लोगों द्वारा शुरू किए गए समूह में अब बड़ी संख्या में लोगों ने जुड़कर प्लास्टिक और पॉलीथिन से तौबा कर ली है।
प्लास्टिक एवं पॉलीथिन मुक्त बुलंदशहर ग्रुप के संस्थापक समाजसेवी पृथ्वीराज सिंह और पीके शर्मा ने बताते है कि पर्यावरण प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण प्लास्टिक और पॉलीथिन का प्रयोग है। शासन -प्रशासन ने पॉलीथिन के प्रयोग पर पाबंदी लगा दी है। लेकिन अभी भी पॉलीथिन का प्रयोग थम नहीं रहा है। इससे पर्यावरण प्रदूषण का खतरा लगातार बढ़ रहा है। पर्यावरण संरक्षण और स्वस्थ समाज बनाने के लिए उनके मन में जिले को सबसे पहले प्लास्टिक और पॉलीथिन मुक्त बनाने का विचार आया और घर -घर जाकर नुक्कड़ सभाएं कर जागरूकता कार्यक्रम चला रहे हैं।
ग्रुप ने स्कूल कालेज से शुरू किया अभियान
ग्रुप ने प्लास्टिक और पॉलीथिन के बारे में जागरूक करना शुरू किया। छात्रों और शिक्षक को प्लास्टिक और पॉलीथिन के प्रयोग के दुष्परिणामों से अवगत कराया गया। वहीं, घर-घर जाकर लोगों को जूट के थैले वितरित कर प्लास्टिक एवं पॉलीथिन का प्रयोग नहीं करने की अपील कर रहे हैं। दो लोगों से शुरू हुई मुहिम में दो हजार लोग जुड़े
ग्रुप की मुहिम से जुड़ने वाले सदस्यों की संख्या लगातर बढ़ती जा रही है। संस्थापक पृथ्वीराज सिंह और पीके शर्मा ने बताया कि अब ग्रुप में छात्र, शिक्षक,व्यापारी और किसानों सहित लगभग दो हजार लोग जुड़ चुके हैं। ये लोग न तो स्वयं पॉलीथिन का प्रयोग कर रहे हैं और दूसरों को भी इसके लिए जागरूक कर रहे हैं।