बसों व ट्रेनों में मारामारी, बहनों को हुई परेशानी
भैया दूज पर बहनों को भाइयों के घर पहुंचने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। हालांकि परिवहन निगम ने इंतजाम करने के दावे किए थे लेकिन यह दावा नाकाफी साबित हुआ। ऐसा ही हाल ट्रेनों में भी देखने को मिला।
बुलंदशहर, जेएनएन। भैया दूज पर बहनों को भाइयों के घर पहुंचने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। हालांकि परिवहन निगम ने इंतजाम करने के दावे किए थे लेकिन यह दावा नाकाफी साबित हुआ। ऐसा ही हाल ट्रेनों में भी देखने को मिला। उधर, समय से भाई के घर पहुंचने के लिए बहनों ने दोपहिया वाहनों का भी सहारा लिया। निजी वाहनों से जगह-जगह लगा जाम
भैया के घर पहुंचने के लिए बहनों ने इस बार दुपहिया वाहनों तथा अन्य साधनों का प्रयोग किया। दोपहिया वाहनों पर दो से अधिक लोग सवार होकर दौड़ते रहे। जिससे शहर के भूड़ चौराहा और शिकारपुर तिराहा पर वाहनों की भारी भीड़ रही। सड़कों पर वाहनों की भीड़ से सारे दिन लोग को जाम से जूझना पड़ा। जाम खुलवाने को पुलिस को खासा पसीना बहाना पड़ा।
रोडवेज ने बसों के बढ़ाए फेरे
रोडवेज ने यात्रियों को सकुशल उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए बसों के अतिरिक्त 25 अक्टूबर तक लंबे रूट के लिए बसों के 100 फेरे तथा स्थानीय रूट के लिए 50 फेरों की बढ़ोतरी की है। एआरएम धीरज सिंह पंवार ने बताया कि इस बार भैया दूज पर बसों में यात्रा करने वाली बहनों की संख्या अन्य वर्षो की अपेक्षा काफी कम रही।