दिन में भाई की अर्थी उठी, रात में बहन की डोली
दिन में भाई की अर्थी उठी रात में बहन की डोली - तीन भाइयों में सबसे छोटा था मृतक ब्रज कुमार - दो बहनों की हो चुकी शादी अब छोटी की थी बुलंदशहर जेएनएन। महीनों से बहन की शादी की तैयारी चल रही थी। परिवार ही नहीं रिश्तेदार तक सब खुश थे। परिवार ने सोचा भी नहीं होगा जिस दिन बेटी की शादी होगी उसी दिन भाई की अर्थी भी उठेगी। गांव गंगागढ़ में एक परिवार के साथ कुछ ऐसा ही हुआ। जो भाई अपनी बहन की विदाई की तैयारी कर रहा था। उस भाई को मामूली बात को लेकर मौत के घाट उतार दिया गया। शनिवार रात में शादी तो हुई लेकिन जिस तरह से परिवार ने सोचा था। वैसे नहीं हुई। बेहद गोपनीय तरीके से यह शादी हुई।
बुलंदशहर, जेएनएन। महीनों से बहन की शादी की तैयारी चल रही थी। परिवार ही नहीं, रिश्तेदार तक सब खुश थे। परिवार ने सोचा भी नहीं होगा, जिस दिन बेटी की शादी होगी, उसी दिन भाई की अर्थी भी उठेगी। गांव गंगागढ़ में एक परिवार के साथ कुछ ऐसा ही हुआ। जो भाई अपनी बहन की विदाई की तैयारी कर रहा था। उस भाई को मामूली बात को लेकर मौत के घाट उतार दिया गया। शनिवार रात में शादी तो हुई, लेकिन जिस तरह से परिवार ने सोचा था। वैसे नहीं हुई। बेहद गोपनीय तरीके से यह शादी हुई।
मृतक के पिता बनवारी लाल को तीन बेटे और तीन बेटी है। मृतक ब्रज कुमार तीन भाइयों में सबसे छोटा था। जबकि दो बहनों की शादी हो चुकी है। सबसे छोटी बहन की शादी शनिवार की रात को होनी है। छोटी बहन विनीता की बरात नोएडा तिगड़ी से आनी है। शुक्रवार शाम से ही घर में मेहंदी-गीत समेत आदि रस्मे हंसी-खुशी कराई जा रही थीं। ब्रज कुमार भी बहन की शादी में निभाई जाने वाले कई रस्मों को लेकर उत्साहित था, लेकिन आरोपितों ने ब्रज कुमार की चाकुओं से गोदकर हत्या के बाद खुशी का यह माहौल गम में बदल दिया।
दूल्हा पक्ष का हर्षोल्लास भी फीका
नोएडा तिगड़ी निवासी दूल्हा गोपाल के यहां बारात गंगागढ़ लाने की तैयारियां चल रही थी। दूल्हा के परिवार के लोग बैंडबाजों समेत अन्य लोगों से समय से पहुंचने के लिए फोन कर रहे थे। इसी दौरान अचानक उनके यहां फोन की घंटी बजी और दुल्हन के भाई की हत्या की सूचना मिलते ही शादी का हर्षोल्लास फीका पड़ गया। हाथों में लगी मेहंदी को देख-देखकर बिलख उठी विनीता
शुक्रवार शाम को विनीता खुशी-खुशी मेहंदी लगवा रही थी। उस समय उसका भाई ब्रज कुमार भी अपनी बहन विनीता को खुश देखकर खुश था, लेकिन हत्या के बाद विनीता की आंखों से गमों के आंसू छलकने लगे। अपने हाथों पर लगी मेहंदी को देख-देखकर विनीता बिलख उठी। इस दौरान कई बार विनीता बेहोश हुई। बेटी की अच्छी शादी करने को लिया था कर्ज
मृतक ब्रज कुमार की मां प्रेमवती रोते-बिलखते हुए कह रही थी कि उसका पुत्र अपनी बहन की शादी अच्छी तरह से करना चाह रहा था। जिसके चलते उन्होंने कई लोगों से शादी के लिए कर्ज लिया था।