अधिवक्ताओं ने काली पट्टी बांध कर किया विरोध प्रकट
जेएनएन बुलंदशहर एसडीएम व तहसीलदार की कार्यशैली से नाराज दी बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने काली पट्टी बांध कर विरोध प्रकट किया। अधिवक्तागण बीते पांच जुलाई से अनिश्चित कालीन कोर्ट के बहिष्कार पर है।
जेएनएन, बुलंदशहर: एसडीएम व तहसीलदार की कार्यशैली से नाराज दी बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने काली पट्टी बांध कर विरोध प्रकट किया। अधिवक्तागण बीते पांच जुलाई से अनिश्चित कालीन कोर्ट के बहिष्कार पर है।
एसडीएम व तहसीलदार की कार्यशैली से नाराज दी बार एसोसिएशन के अधिवक्तागणों ने बीते पांच जुलाई से एसडीएम व तहसीलदार कोर्ट के कार्य का अनिश्चित कालीन बहिष्कार कर रखा है। इसी को लेकर दी बार एसोसिएशन की एक बैठक का आयोजन बार सभागार में किया गया। बैठक में चर्चा की की गई कि दी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एड. निरंजन सिंह राघव के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने 9 जुलाई को जिलाधिकारी से मिलकर एक ज्ञापन सौंपा था। दिए गए ज्ञापन के बाद कोई संज्ञान न लेने पर सभी अधिवक्तागणों में नाराजगी व्याप्त है। शुक्रवार को बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सहित सभी पदाधिकारी अधिवक्ताओं ने काली पट्टी बांध कर दी बार एसोसिएशन के बैनर तले तहसील के मुख्य गेट से लेकर एसडीएम व तहसीलदार के न्यायालयों तक विरोध प्रदर्शन कर नारेबाजी की। इस मौके पर दी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट निरंजन सिंह राघव, एड. ओमप्रकाश शर्मा, एड. राजवीर सिंह, एड. श्रीपाल सिंह, एड. नरेश गौड़, एड. जयसिंह सहित कई अधिवक्तागण मौजूद रहे।
स्याना में अधिवक्ताओं की पांचवें दिन भी हड़ताल जारी जेएनएन, बुलंदशहर: अधिवक्ताओं ने तहसील अधिकारियों के विरूद्ध भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को पांचवें दिन भी अपनी हड़ताल जारी रखी। लगातार चल रही हड़ताल के कारण तहसील कार्यालय पर दूरदराज के गांवों से आए वादकारियों को अगली तारीख लेकर ही मजबूरन निराश होकर अपने गांवों को लौटना पड़ा।
सोमवार को तहसील के वकीलों ने तहसीलदार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन कर अनिश्चितकालीन न्यायालय से विरत रहने का ऐलान किया था। उसी दिन से अधिवक्ता हड़ताल पर है। बार अध्यक्ष ब्रहम सिंह मलिक ने कहा कि तहसील के भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होने तक अधिवक्ता अपनी हड़ताल जारी रखेंगे। जिसके बाद वकीलों ने तहसील अधिकारियों के विरूद्ध प्रदर्शन किया। इस दौरान दुष्यंत नागर, मुकेश गर्ग, प्रदीप लोधी, पवित्रपाल सिंह, रामकुमार वमर, नैन सिंह व विजय लोधी आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।