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जांच के आश्वासन पर भाकियू का धरना समाप्त

जेएनएन बुलंदशहर भारतीय किसान यूनियन महाशक्ति का नौवां दिन अनिश्चितकालीन धरना देर शाम आश्वासन के बाद समाप्त कर दिया गया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 15 Sep 2021 09:46 PM (IST)Updated: Wed, 15 Sep 2021 09:46 PM (IST)
जांच के आश्वासन पर भाकियू का धरना समाप्त
जांच के आश्वासन पर भाकियू का धरना समाप्त

जेएनएन, बुलंदशहर

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भारतीय किसान यूनियन महाशक्ति का नौवां दिन अनिश्चितकालीन धरना देर शाम आश्वासन के बाद समाप्त कर दिया गया है। कलक्ट्रेट गेट पर बैठे किसानों को सिटी मजिस्ट्रेट ने चिकित्सकों द्वारा की गई मारपीट की जांच के लिए गैर चिकित्सक एक टीम गठित करने का आश्वासन दिया है। तीन दिन में कार्रवाई नहीं हुई तो भाकियू फिर से धरने पर बैठने का एलान किया है।

नौवें दिन किसानों ने कलक्ट्रेट पर धरना दिया और जाम लगाने का प्रयास किया। सूचना पर सिटी मजिस्ट्रेट जगदंबा सिंह और नगर कोतवाली अखिलेश त्रिपाठी मौके पर पहुंचे। सिटी मजिस्ट्रेट ने किसानों को आश्वासन दिया कि जिला अस्पताल में हुई भाकियू कार्यकर्ता से मारपीट के मामले में एक टीम गठित की गई है जिसमें प्रशासनिक अधिकारी सदस्य होंगे। जिलाधिकारी रविद्र कुमार के नेतृत्व में टीम जांच करेगी और तीन दिनों में रिपोर्ट देगी। भाकियू महाशक्ति के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर धर्मेंद्र जादौन ने चेतावनी दी कि यदि तीन दिन के बाद मारपीट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो संगठन अन्य संगठनों के साथ फिर से धरने पर बैठेंगे। इस मौके पर बलराज गुट ने भी समर्थन दिया और पश्चिमी उत्तर प्रदेश संगठन मंत्री जितेंद्र भाटी प्रदेश महामंत्री संजय शर्मा, जिला अध्यक्ष विनोद चौहान, महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष मंजू शुक्ला, प्रदेश उपाध्यक्ष करूंगा चौहान, महानगर अध्यक्ष बबली चौहान, पश्चिम उत्तर प्रदेश सुभाष यादव, यतेंद्र सिंह जिला उपाध्यक्ष, मोहसिन गाजी, जगत सिंह सिसोदिया, रेखा सिवाल, संजय सिरोही, वीरेंद्र सिंह लोधी, आदि उपस्थित रहे।

लंबित समस्याओं के समाधान को लेकर उठाई आवाज

बुलंदशहर : प्राइवेट चिकित्सक मेडिकल ट्रस्ट से जुडे़ चिकित्सकों ने लंबित समस्याओं के समाधान को लेकर आवाज उठाई। सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंप मांगों को जल्द पूरा कराने की मांग की।

इस दौरान संगठन के जिलाध्यक्ष डा. गजेंद्र सिंह ने बताया कि संगठन काफी समय से ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत चिकित्सकों को चिकित्सा मित्र घोषित कराने और उन्हें चिकित्सकीय प्रशिक्षण दिलाने के लिए प्रयासरत है। अपनी आवाजा सरकार तक पहुंचाने के लिए सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से सीएम को ज्ञापन सौंपा है। इसमें अपंजीकृत चिकित्सकों का पंजीकरण, पैरा मेडिकल स्टाफ को सेवा बदले पूरा दाम दिलाने, चिकित्सा मित्र का दर्जा दिलाने आदि मांग शामिल रहीं। इस मौके पर डा. वकील राजपूत, डा. शंकर सैनी, डा. हाजी नूरहसन आदि मौजूद रहे।


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