प्रदूषण से लगातार जहरीली हो रही बुलंदशहर की हवा
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसर चाहे जो दावे करते हो, लेकिन हकीकत में बुलंदशहर की आबोहवा लगातार जहरीली होती जा रही है। आलम यह है कि एयर इंडेक्स वैल्यू 434 पहुंच गई है। प्रदूषण की औसत दर 135 प्रति घन मीटर के भी पार जा रही है। इससे लोगों की मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं। प्रत्येक पांचवां व्यक्ति सांस लेने, सीने की जकड़न, नाक या आंख की एलर्जी का शिकार हो रहा है।
बुलंदशहर : प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसर चाहे जो दावे करते हो, लेकिन हकीकत में बुलंदशहर की आबोहवा लगातार जहरीली होती जा रही है। आलम यह है कि एयर इंडेक्स वैल्यू 434 पहुंच गई है। प्रदूषण की औसत दर 135 प्रति घन मीटर के भी पार जा रही है। इससे लोगों की मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं। प्रत्येक पांचवां व्यक्ति सांस लेने, सीने की जकड़न, नाक या आंख की एलर्जी का शिकार हो रहा है।
अक्टूबर के तीसरे सप्ताह से एनसीआर में प्रदूषण बढ़ना शुरू हुआ और देखते ही देखते स्थिति भयावह होती चली गई। 60 प्रति घन मीटर रहने वाला प्रदूषण रेट पहले 100 के पार हुआ और फिर 125 के पार पहुंच गया। अब 136 प्रतिघन मीटर प्रदूषण हवा में बताया जा रहा है। जबकि एयर इंडेक्स वैल्यू भी 400 का आंकड़ा पार करते हुए 434 तक पहुंच गई है। 10 नवंबर को एयर इंडेक्स वैल्यू 415 थी। प्रदूषित होती हवा से परेशान लोग लगातार डाक्टरों से सलाह लेकर बचने के उपाय पूछ रहे हैं। डाक्टरों के मुताबिक दीपावली के बाद अचानक बढ़े प्रदूषण से लोगों में कफ, आंखों में जलन, आंखे लाल होना, नाक की एलर्जी, गले की एलर्जी, सांस लेने में तकलीफ और सीने में जकड़ के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। अस्थमा के रोगियों के साथ ही बुजुर्ग, बच्चे और गर्भवती महिलाओं की परेशानी भी प्रदूषण से बढ़ी हुई है। सीएमओ डा. केएन तिवारी प्रदूषण बढ़ने के साथ लोगों को समस्या बढ़ेगी। प्रदूषण में बीमारियों से बचने के लिए सावधानी ही बचाव है।