जिपं सदस्य पद के बिक्री हुए 45 नामांकन पत्र
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव ने अब तेजी पकड़ ली है। दिन प्रतिदिन नामांकन पत्रों की बिक्री की संख्या बढ़नी शुरू हो गई है। गुरुवार को जिपं सदस्य पद के 24 नामांकन पत्रों की बिक्री हुई। जनपद में ग्राम प्रधान से लेकर जिपं सदस्य पद के लिए दावेदारों को 17 व 18 अप्रैल को नामांकन पत्र जमा करने की अवधि निर्धारित की गई है।
बुलंदशहर, जेएनएन। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव ने अब तेजी पकड़ ली है। दिन प्रतिदिन नामांकन पत्रों की बिक्री की संख्या बढ़नी शुरू हो गई है। गुरुवार को जिपं सदस्य पद के 24 नामांकन पत्रों की बिक्री हुई। जनपद में ग्राम प्रधान से लेकर जिपं सदस्य पद के लिए दावेदारों को 17 व 18 अप्रैल को नामांकन पत्र जमा करने की अवधि निर्धारित की गई है। जिले में 29 अप्रैल को मतदान होगा। ग्राम प्रधान से लेकर जिप सदस्य पद का चुनाव लड़ने वाले दावेदारों ने नामांकन पत्रों की खरीद करनी शुरू कर दी है। पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए नामांकन पत्रों की बिक्री ब्लाक कार्यालय की जा रही हैं। वहीं जिप सदस्य पद के लिए नामांकन पत्रों की बिक्री जिपं कार्यालय की जा रही है। गुरुवार को जिपं सदस्य के 24 नामांकन पत्रों की बिक्री हुई। अभी तक जिप सदस्य पद के 45 प्रत्याशी नामांकन पत्र खरीद चुके हैं। वहीं ब्लाक कार्यालयों पर पंचायत सदस्य से लेकर क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के लिए नामांकन पत्रों की बिक्री में बढ़ोतरी होनी शुरू हो गई है।
इन्होंने कहा..
जिला पंचायत सदस्य पद के लिए नामांकन पत्रों की बिक्री जारी है। गुरुवार को 24 नामांकन पत्रों की बिक्री हुई है। अब तक कुल 45 नामांकन पत्रों की बिक्री हुई है।
-विद्या शंकर पांडेय, अपर मुख्य अधिकारी
दिनभर चली धूलभरी हवा, लोग हुए बेहाल
बुलंदशहर में अप्रैल में गर्मी का सितम शुरू हो गया है। साथ ही धूल भरी तेज हवाएं भी चलकर लोगों की मुश्किल बढ़ा रहीं हैं। हालांकि शुक्रवार शाम से धूल भरी तेज हवाओं से राहत मिलने की मौसम विभाग ने संभावना जताई है। तापमान में भी हल्की गिरावट होने का पूर्वानुमान जताया है। अप्रैल की शुरुआत होते ही गर्म हवाएं चलकर लू का अहसास कराने लगी है। इनके साथ धूल भी उड़ रही है। हालांकि मंगलवार से गुरुवार तक पारा नीचे आया है। अधिकतम तापमान 35 डिग्री और न्यूनतम 16 दर्ज किया गया। दिन में सूर्यदेव की तपिश बरकार रही। हवाओं की गति भी तेज रही। धूल भरी हवाएं चलने से वातावरण में धुंधलाहट भी छाई रही। मौसम वैज्ञानिक डा. रामानंद पटेल के अनुसार जब तापमान में वृद्धि होती है तो कम दबाव का क्षेत्र बनने लगता है। ऐसे में हवा की गति भी बढ़ जाती है। मौसम में परिवर्तन होने लगता है। वातावरण में धूल की परत छाने से सूर्यदेव की तपिश कुछ कम हो जाती है। यही वजह है कि तापमान में डिग्री की गिरावट हुई है। हालांकि यह तेज गर्मी बढ़ने के संकेत है। मई, जून में इसका प्रकोप अधिक बढ़ने की संभावना नहीं रहेगी। शुक्रवार शाम से धूल भरी तेज हवाओं से राहत मिलने के आसार रहेंगे।