307 कालेजों ने बोर्ड को नहीं भेजा डाटा
बुलंदशहर: माध्यमिक शिक्षा विभाग की मंशा है कि बीते सत्र की तरह इस बार भी समय से बोर्ड परी
बुलंदशहर: माध्यमिक शिक्षा विभाग की मंशा है कि बीते सत्र की तरह इस बार भी समय से बोर्ड परीक्षा संपन्न कराई जाएं, लेकिन जिले के अधिकतर कालेज बोर्ड की इस मंशा पर पानी फेरने की जुगत में हैं। दो बार निर्देश देने के बाद भी अभी तक मात्र 99 कालेजों ने ही सूचनाएं उपलब्ध कराई हैं, जबकि 307 कालेज अभी शेष हैं। विभाग ने इन कालेजों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षाएं बीते सत्र में फरवरी में शुरू हो गई थी। इस बार भी विभाग परीक्षा समय से कराना चाहता है। इसके चलते जुलाई माह में ही बोर्ड ने जिले के कालेजों को सूचनाएं आनलाइन देने के निर्देश दिए थे। कुछ कालेजों ने सूचनाएं भेज दी, जबकि अधिकतर कालेजों ने निर्देशों को अनुसना कर दिया। डीआइओएस ने फिर से निर्देश जारी किए और 16 अगस्त तक सूचनाएं भेजने के निर्देश दिए। बावजूद इसके जिले के 307 कालेज इस मामले में लापरवाही बरत रहे हैं।
डीआइओएस आरके तिवारी ने बताया कि जिले में एडिड, वित्तविहीन व राजकीय हाईस्कूल व इंटर कालेज मिलाकर कुल 406 कालेज हैं। इन सभी कालेजों से बोर्ड परीक्षा हेतु कालेजों की भौगोलिक स्थिति, परीक्षार्थियों की संख्या, कक्षों की संख्या, जिला मुख्यालय से दूरी, बिजली, पानी, सीसीटीवी कैमेर व कालेज स्टाफ आदि संबंधी सूचनाएं 16 अगस्त तक देनी थी। 12 अगस्त की शाम तक कुल 99 कालेजों ने सूचना दी हैं, जबकि 307 अभी शेष हैं। इन कालेजों की लापरवाही मानते हुए कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। इस संबंध में बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव को भी जानकारी दे दी है। उन्होंने आशंका जताई है कि उक्त कालेज निर्धारित तीन दिन के भीतर सूचना उपलब्ध नहीं करा सके तो बोर्ड परीक्षा में देरी हो सकती है।