जिले के 204 सिपाही बने हेड कांस्टेबल
प्रदेश में 16 हजार से ज्यादा सिपाहियों को मुख्य आरक्षी पद पर पदोन्नत कर दिया है। इनमें जिले में तैनात 204 सिपाही हैं। इनमें एक प्रमोशन उस सिपाही के होने की भी चर्चा है जो पूर्व विधायक की हत्या के आरोप में जिला जेल में कैद है। हालांकि एसएसपी ने इस बात की पुष्टि नहीं की है। जिले से 315 सिपाहियों की फाइल पदोन्नति के लिए भेजी थी जिसमें से से 204 पर ही मुहर लग सकी।
जेएनएन, बुलंदशहर। प्रदेश में 16 हजार से ज्यादा सिपाहियों को मुख्य आरक्षी पद पर पदोन्नत कर दिया है। इनमें जिले में तैनात 204 सिपाही हैं। इनमें एक प्रमोशन उस सिपाही के होने की भी चर्चा है जो पूर्व विधायक की हत्या के आरोप में जिला जेल में कैद है। हालांकि एसएसपी ने इस बात की पुष्टि नहीं की है। जिले से 315 सिपाहियों की फाइल पदोन्नति के लिए भेजी थी, जिसमें से से 204 पर ही मुहर लग सकी।
शनिवार को जिले के 204 आरक्षी मुख्य आरक्षी बन गए। इनमें कार्यालय में नियुक्त आरक्षी विपिन सैनी, जितेंद्र कुमार, नितिन कुमार, सुंदर सिंह एवं कैंप कार्यालय पर स्थित मीडिया सेल में नियुक्त आरक्षी खालिद अली सहित अन्य हैं। जिले से 315 सिपाहियों को फाइल प्रमोशन के लिए अध्यक्ष उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड लखनऊ को भेजी थी। 29 दिसंबर को इनमें से 204 सिपाहियों का प्रमोशन हो गया। शनिवार को सभी इन सभी सिपाहियों ने एक दूसरे को मिठाई खिला कर शुभकामनाएं दी। एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने भी कुछ सिपाहियों को मिठाई खिला कर उज्जवल भविष्य की कामना की। हालांकि पूरा दिन जेल में कैद सिपाही शारिब के प्रमोशन होने की भी चर्चा रही। इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने बताया कि शारिब का प्रमोशन नहीं हुआ है। पूर्व विधायक की हत्या में गिरफ्तार है शारिब
पूर्व विधायक हाजी अलीम हत्याकांड में सिपाही शारिब को लखीमपुर से गिरफ्तार किया था। सीबीसीआइडी ने इसे मार्च में गिरफ्तार किया था। सिपाही का नाम विधायक के बेटे ने गिरफ्तारी के दौरान बताया था।