'बाबूजी', उमा व महेश के आशीर्वाद से हुआ 'कल्याण'
बुलंदशहर : जिले की सातों विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्याशियों को उतारने में भाजपा हाईकमान ने 'बाबूजी'
बुलंदशहर : जिले की सातों विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्याशियों को उतारने में भाजपा हाईकमान ने 'बाबूजी' के अलावा केंद्रीय मंत्री उमा भारती और महेश शर्मा की पसंद का ख्याल रखा है।
'बाबूजी' की परिक्रमा करने वाले मात्र दो पहलवानों का भी भला हो गया है। भाजपा हाईकमान ने बुलंदशहर व गौतमबुद्धनगर जिले की दस विधानसभा सीटों पर जातीय समीकरण बैठाने में खूब माथापच्ची की है। पार्टी ने सभी बिरादरियों को साधने का प्रयास किया। 'बाबूजी' की कर्मभूमि बुलंदशहर जिले की सभी विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों को लेकर उनकी राय अहम रहती है। पार्टी के बड़े पंक्ति के नेता भी उनकी सरकार की मिशाल देते हैं। पार्टी के मुताबिक, घोषित प्रत्याशियों में स्याना से देवेंद्र लोधी व शिकारपुर से पूर्व विधायक अनिल शर्मा बाबूजी के समर्थक हैं, जबकि अनूपशहर से घोषित प्रत्याशी संजय शर्मा केंद्रीय मंत्री उमा भारती के करीबी है। वह नमामि गंगे योजना के तहत गंगा सफाई अभियान में केंद्रीय मंत्री उमा भारती के साथ लगे हुए हैं। खुर्जा विधानसभा सुरक्षित से प्रत्याशी बिजेंद्र खटीक केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा के करीबी हैं।
शिकारपुर पर भाजपा-बसपा रिश्तेदार आमने-सामने
शिकारपुर विधानसभा सीट पर दो रिश्तेदार आमने-सामने हैं। बसपा प्रत्याशी मुकुल उपाध्याय व भाजपा से घोषित उम्मीदवार अनिल शर्मा आपस में रिश्तेदार हैं। अनिल शर्मा दो बार बसपा से खुर्जा से विधायक रहे, लेकिन पिछले चुनाव में खुर्जा सीट सुरक्षित होने के बाद वह शिकारपुर विधानसभा सीट पर बसपा से ही चुनाव लड़े, लेकिन सपा के प्रत्याशी मुकेश शर्मा से उन्हें हार का मुहं देखना पड़ा था। करीब एक साल पूर्व वह बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्हें पार्टी में शामिल करने को लेकर भाजपा में काफी दिनों तक रार रही। काफी कोशिश के बाद वह भाजपा में शामिल होने में सफल रहे। इस बार भाजपा ने उन्हें प्रत्याशी बनाया है।