1121 धान को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने को विश्व बैंक देगा कर्ज
जनपद की धरती पर उगने वाले पूसा 1121 धान को अंतराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने के लिए तीन देशों की कंपनियां किसानों से रुबरू हुई।
संस, बुलंदशहर : जनपद की धरती पर उगने वाले पूसा 1121 धान को अंतराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने के लिए तीन देशों की कंपनियां किसानों से रुबरू हुई। सिगापुर की ओलाम कंपनी के सीईओ ने घोषणा की कि सिकंदराबाद स्थित फॉरच्यून राइस मिल को हॉयर किया गया है। किसान धान को वहां तक पहुंचाए और बाजार से 100 रुपये प्रति कुंतल की ऊंची दर से नकद भुगतान लें।
कृषि विज्ञान केंद्र के नेतृत्व में दिल्ली रोड स्थित प्रेम गार्डन में सैकड़ों किसान जुटे। जहां सिगापुर की ओलाम कंपनी के सीईओ पॉल निकोलसन, नॉर्वे की यारा फर्टीलाइजर कंपनी के नॉर्थ इंडिया मार्केटिंग मैनेजर अजय सेठिया सहित विश्व बैंक के प्रतिनिधि हर्ष विवेक किसानों से रुबरू हुए। पूसा 1121 धान उगाने में रूचि रखने वाले सैकड़ों किसान इस गोष्ठी में शामिल हुए। कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम विभाग के वैज्ञानिक डा. विवेक राज ने बताया कि सिगापुर की ओलाम कंपनी, जर्मन तकनीक से पूसा 1121 धान किसानों से उनकी ही जमीन पर उगावाएगी। किसान धान की फसल में नॉर्वे की यारा कंपनी का फर्टिलाइजर और जर्मनी की वायर कंपनी का रसायन प्रयोग करके खेती करेंगे।
ओलाम गन्ना और मिर्च की फसल में भी करेगी निवेश: पॉल निकोलसन
सिगापुर की ओलाम कंपनी के सीईओ पॉल निकोलसन ने विशेष बातचीत में बताया कि इस शहर की धरती की खासियत और पूसा 1121 धान के बारे में हमने इंटरनेट के जरिए जानकारी जुटाई है। ओलाम कंपनी विश्व में चावल के निर्यात में सर्वोच्च है और उसे बरकरार रखने के लिए इस प्रजाति के चावल को अंतराष्ट्रीय बाजार में पहुंचाना होगा। उन्होंने बताया कि भारत के मयराष्ट्र में और मध्यप्रदेश में किसानों को गन्ने की खेती कराएंगे। इसके साथ ही तेलंगाना के गुंटूर में मिर्च की खेती कराई जा रही है। भारत कृषि प्रधान देश है और निवेश लागत भी कम है। खेती को नए आयाम तक पहुंचाने के लिए नोर्वे की यारा और जर्मनी की वायर कंपनी से अनुबंध किया है। इसके मौके पर कृषि विभाग प्रभारी डा. शिवसिंह, डा. मनोज कुमार, कीर्तिमनी और ओमप्रकाश आदि मौजूद रहे।