जब अजनबी बनकर बेटे का भाषण सुनने पहुंचे थे सीएम योगी के पिता आनंद सिंह बिष्ट
मुख्यमंत्री बेटे योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम में चुपचाप पहुंच कर भाषण सुनने लगे थे। तब वहां पर मौजूद एक अधिकारी ने पहचाना जिसके बाद पिता-पुत्र की मुलाकात हुई।
बिजनौर, [राजनारायण कौशिक]। बेटे को कामयाबी के शिखर पर देखना हर पिता की हसरत होती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट को भी ऐसे पुत्र का पिता बनने का सौभाग्य मिला। करीब डेढ़ साल पहले की बात है। आनंद सिंह बिष्ट बेटे के कार्यक्रम में चुपचाप पहुंच गए और उनका भाषण सुनने लगे। दरअसल, कोई उन्हें पहचानता नहीं था, लिहाजा अजनबी की तरह बैठे रहे। इसी बीच एक अधिकारी की नजर पड़ी तो खबर मुख्यमंत्री तक पहुंच गई। इसके बाद सेफ हाउस में पिता-पुत्र की मुलाकात हुई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिवंगत पिता आनंद सिंह बिष्ट की यादें बिजनौर से भी जुड़ी हैं। तारीख थी वर्ष-2018 की 24 अक्टूबर। योगी नजीबाबाद के किसान सहकारी चीनी मिल में डिस्टलरी का उद्घाटन करने पहुंचे थे। इस दौरान दुबले-पतले एक शख्स भी दर्शक दीर्घा में कुर्सी पर बैठकर भाषण सुनने लगे।
एक प्रशासनिक अधिकारी की नजर उन पर पड़ी तो पता चला कि वह सीएम के पिता आनंद सिंह बिष्ट हैं। बिष्ट अपने गांव बठियानी ब्लाक यमकेश्वर (पौड़ी गढ़वाल) से यहां पहुंचे थे। भाषण पूरा होने पर मुख्यमंत्री ने पिता को सेफ हाउस में बुलवाया और चरण छूकर आशीर्वाद लिया। 10 मिनट तक दोनों में बातचीत हुई। योगी ने पिता को गाय का प्रतीक चिन्ह और शाल भेंट की। उस समय आनंद बिष्ट ने 'दैनिक जागरण' को बताया था कि मुख्यमंत्री बनने के बाद बेटे से उनकी यह दूसरी मुलाकात है।
सरल स्वभाव के थे बिष्ट
आनंद सिंह बिष्ट का स्वभाव बेहद सरल था। अपने बड़े पुत्र एवं पुत्रवधू के साथ 10 अक्टूबर 2018 को किरतपुर में वह हकीम तहव्वुर के यहां दवा लेने आए थे। जब पत्रकारों ने उनसे बातचीत करने की कोशिश की तो उन्होंने नरम और संयमित लहजे में कहा था कि योगी आदित्यनाथ नाराज हो जाएंगे। हकीम तहव्वुर के मुताबिक, इसके बाद एक बार और आनंद सिंह बिष्ट उनके पास दवा लेने आए थे।