Tiger in Bijnor: शिकार की तलाश में गांव के नजदीक घूम रहा बाघ, ग्रामीणों में फैली दहशत
Tiger in Bijnor शिकार की तलाश में एक सप्ताह से गांव के नजदीक बाघ के घूमने से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों से पिंजरा लगाकर बाघ को पकड़े जाने की मांग की है।
संवाद सूत्र, रेहड़ (बिजनौर) : शिकार की तलाश में एक सप्ताह से गांव के नजदीक बाघ के घूमने से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों से पिंजरा लगाकर बाघ को पकड़े जाने की मांग की है। क्षेत्र के गांव देवानंदपुरगढ़ी निवासी अजमेर सिंह, रघुवीर सिंह, परमजीत सिंह, हरवंश सिंह, मंगल सिंह, गुरविंदर सिंह, विक्की आदि किसानों ने बताया कि उनके खेत अमानगढ़ टाइगर रिजर्व के मकोनिया गेट-3 के निकट वन क्षेत्र की सीमा से सटे हुए हैं। उनके खेतों में गेहूं एवं गन्ने की फसल खड़ी है।
रात के समय जंगली जानवर खेतों में करते हैं नुकसान
बताया जाता है कि शाम ढलते ही वन क्षेत्र से हिरन, जंगली शूकर, सांभर, माहे आदि वन्य जीव उनके खेतों में आ जाते हैं और उनकी फसलों को नष्ट करते हैं। किसानों का कहना है कि वन्यजीवों से फसलों को बचाने के लिए उन्होंने अपने खेतों में मचान बना रखे हैं। रात्रि के समय मचान पर बैठकर वह अपनी फसलों की रखवाली करते हैं। किसानों ने बताया कि वन से निकलकर खेतों में आने वाले वन्यजीवों का शिकार करने के लिए एक सप्ताह से एक बाघ लगातार वन क्षेत्र से बाहर उनके खेतों एवं आबादी के नजदीक घूम रहा है। जिससे ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है।
वन विभाग की टीम कर रही है निगरानी
वहीं किसानों का ये भी कहना है कि जिस मार्ग पर बाघ घूम रहा है, उस मार्ग पर तीन गांवों के ग्रामीणों एवं किसानों का हर समय आवागमन बना रहता है। बाघ के डर से किसान खेतों पर जाने से भी कतरा रहे हैं। वन क्षेत्राधिकारी प्रदीप कुमार शर्मा ने बताया कि वन विभाग की टीम बाघ के मूवमेंट पर नजर बनाए हुए है। उन्होेंने बताया कि टीम लगातार उसकी निगरानी कर रही है। उन्होंने ग्रामीणों एवं किसानों से सतर्क रहने की अपील की है।