उप्र लेखपाल संघ का धरना जारी
बैठक के अनुरूप मुख्य सचिव एवं अपर मुख्य सचिव का शासनादेश जारी नहीं होने पर वर्तमान स्थिति को देखते हुए उप्र लेखपाल संघ का प्रस्तावित विधानसभा का घेराव स्थगित कर दिया गया है। उधर कलक्ट्रेट में चल रहा धरना गुरुवार को भी जारी रहा।
बिजनौर, जेएनएन। बैठक के अनुरूप मुख्य सचिव एवं अपर मुख्य सचिव का शासनादेश जारी नहीं होने पर वर्तमान स्थिति को देखते हुए उप्र लेखपाल संघ का प्रस्तावित विधानसभा का घेराव स्थगित कर दिया गया है। उधर, कलक्ट्रेट में चल रहा धरना गुरुवार को भी जारी रहा।
कलक्ट्रेट परिसर में आयोजित धरना स्थल पर बैठक में वक्ताओं ने कहा कि मुख्य सचिव की 16 जुलाई 2018 एवं अपर मुख्य सचिव की नौ अगस्त 2019 की बैठक के अनुरूप शासनादेश जारी नहीं होने के कारण शुक्रवार 27 दिसम्बर को संघ द्वारा विधानसभा घेराव प्रस्तावित था, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए प्रशासन को सहयोग देने के लिए प्रस्तावित विधानसभा घेराव कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है। वहीं, धरना जारी रखा। उन्होंने कहा कि लेखपाल सदैव शासन की महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य करता रहा है। लेखपाल संघ नहीं चाहता कि मजदूर और किसान परेशान हों, अथवा शासन-प्रशासन के समक्ष कोई कानून व्यवस्था की समस्या पैदा हो। लेखपाल संघ की जायज मांगों के संबंध में शासनादेश निर्गत नहीं होने के कारण आंदोलनरत है। अधिकारी वार्ता से समाधान करने के स्थान पर बर्खास्तगी, निलंबन, सर्विस ब्रेक, एफआईआर एवं बल प्रयोग जैसे दमनात्मक कार्रवाई कर लेखपालों को आंदोलन के लिए उकसा रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं की जाती, धरना जारी रहेगा। गुरुवार को धरने की अध्यक्षता प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक त्यागी ने की। अटेवा के प्रदेश उपाध्यक्ष ने समर्थन दिया। धरने स्थल पर मदनपाल सिंह, अतुल कुमार, तारा चंद, सुरेंद्र सिंह, ब्रह्म सिंह रवि, अमित मिश्रा, ईश्वर सिंह एवं दिग्विजय सिंह आदि ने विचार व्यक्त किए।