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बच्चे का शव घर के पास स्थित तालाब से बरामद

जेएनएन बिजनौर। 17 दिन पूर्व घर के बाहर खेल रहे डेढ़ वर्षीय बच्चे का शव घर के पास स्थित त

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Jan 2021 10:49 PM (IST)Updated: Sun, 24 Jan 2021 10:49 PM (IST)
बच्चे का शव घर के पास स्थित तालाब से बरामद

जेएनएन, बिजनौर। 17 दिन पूर्व घर के बाहर खेल रहे डेढ़ वर्षीय बच्चे का शव घर के पास स्थित तालाब में पानी के उपर मिला। बच्चे का शव मिलने से परिवार में कोहराम मच गया। सूचना मिलते ही सीओ धामपुर व थानाध्यक्ष ने मौके का निरीक्षण कर शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

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पिछले दिनों सात जनवरी को नगर से सटे गांव फैजुल्लापुर निवासी नौशाद का डेढ़ वर्षीय पुत्र मोहम्मद शाद अपने घर के बाहर खेल रहा था। इस बीच वह अचानक कहीं गायब हो गया था। स्वजनों के काफी तलाश करने के बाद भी बच्चा नहीं मिला तो उन्होंने इस मामले में पुलिस को तहरीर दी थी। इस पर पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कर दिया था। पुलिस ने बच्चे की तलाश के लिए हरसंभव प्रयास किया। कई टीम लगाकर कई जिलों में छानबीन की। आसपास के नाले, तालाब सभी जगह बच्चे को तलाश किया, लेकिन उसका कहीं भी सुराग नहीं लगा था। रविवार दोपहर घर के पास ही स्थित तालाब में मोहम्मद शाद का शव तैरता हुआ मिला। शव मिलने की सूचना पर सीओ अजय कुमार अग्रवाल, थानाध्यक्ष नरेन्द्र कुमार गौड़ मौके पर पहुंचे। शव की शिनाख्त होते ही स्वजनों में कोहराम मच गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। थानाध्यक्ष नरेन्द्र कुमार गौड़ का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चल सकेगा कि शव कितने दिन पुराना है। उसी के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी।

नरेगा मजदूरों का सेकेट्री के खिलाफ प्रदर्शन

जेएनएन, बिजनौर। पिछले छह माह से नरेगा मजदूरों का विभाग द्वारा मजदूरी का भुगतान नहीं मिला है। मजदूरी ने मिलने से उनके सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया है। इसके विरोध में मजदूरों ने पंचायत सेकेट्री के खिलाफ प्रदर्शन किया। साथ ही मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजते हुए इस मामले में कार्रवाई किए जाने की मांग की है।

क्षेत्र के गांव सलावा में नरेगा के तहत मजदूरों से काम कराया गया था। आरोप है कि पिछले माह से उनकी मजदूरी का एक भी पैसा पंचायत सचिव द्वारा नहीं दिया गया है। इससे उनके घरों में रोटी का संकट भी खड़ा हो गया है। मजदूरों ने कई बार विभागीय अफसरों से इस बाबत अवगत कराया, लेकिन उनकी किसी ने एक नहीं सुनी। इसके चलते रविवार को सभी मजदूर गांव में एकत्र हुए तथा उन्होंने पंचायत सेकेट्री के खिलाफ प्रदर्शन किया। वहीं उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री को भी शिकायती पत्र भेजते हुए इस मामले में कार्रवाई किए जाने की मांग की है। प्रदर्शन करने वालों में प्रधान भगीरथ सिंह, मुनेश कुमार, राहेश सिंह, बल्लू सिंह, नीरज, चेतराम सिंह, रामपाल आदिश शामिल रहे। वहीं पंचायत सेकेट्री का कहना है कि यह काम उनके अंडर में नहीं आता है। यह काम टीए व रोजगार सेवक का है। उन पर लगाए आरोप निराधार हैं।


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