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बाटम..बिजएन-4, युवाओं को अर्श पर ले जाता है तकनीकी ज्ञान

बिजनौर जेएनएन। किताबी ज्ञान के साथ-साथ आम जीवन में सूझवान होना भी बहुत जरूरी है। कुछ न कुछ नया करने की जिज्ञासा ही आधुनिक तकनीक का व्यवहारिक ज्ञान सिखाती है। इसी के बलबूते पर ऐसे लोग आगे बढ़ जाते हैं जो विभिन्न चुनौतियों से जूझते हुए आजीविका कमा रहे हैं या फिर दूसरों के प्रेरणा के स्त्रोत बन जाते हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 14 Jul 2020 10:28 PM (IST)Updated: Wed, 15 Jul 2020 06:02 AM (IST)
बाटम..बिजएन-4, युवाओं को अर्श पर ले जाता है तकनीकी ज्ञान
बाटम..बिजएन-4, युवाओं को अर्श पर ले जाता है तकनीकी ज्ञान

युवाओं को अर्श पर ले जाता है तकनीकी ज्ञान

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बिजनौर, जेएनएन। किताबी ज्ञान के साथ-साथ आम जीवन में सूझवान होना भी बहुत जरूरी है। कुछ न कुछ नया करने की जिज्ञासा ही आधुनिक तकनीक का व्यवहारिक ज्ञान सिखाती है। इसी के बलबूते पर ऐसे लोग आगे बढ़ जाते हैं, जो विभिन्न चुनौतियों से जूझते हुए आजीविका कमा रहे हैं या फिर दूसरों के प्रेरणा के स्त्रोत बन जाते हैं।

स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था कि युवा देश का भाग्य विधाता है। युवा ही उन्नति के मार्ग खोल सकता है, लेकिन इसके लिए तकनीक का ज्ञान और युवा प्रोत्साहन का होना बहुत जरूरी है। युवा कौशल दिवस पर नजीबाबाद में एक ऐसी प्रतिभा मिली, जिसने सीमित संसाधनों और आर्थिक चुनौतियों के बीच एक विलक्षण कार्य किया।

हरिद्वार मार्ग पर ऑटो सर्विस सेंटर चलाने वाले मोहम्मद वसीम किताबी ज्ञान की अपेक्षा तकनीकी ज्ञान और दस्तकारी को ज्यादा महत्वपूर्ण मानते हैं। वसीम ने हाल ही में तीन से चार हफ्तों की मेहनत के बाद साइकिल की शक्ल में एक दुपहिया वाहन तैयार कर सड़क पर उतारा है। इसके लिए वसीम ने पुरानी हो चुकी स्पलेंडर बाइक के पुर्जे जुटाकर साइकिल की शेप में बाइक तैयार की। वसीम का दावा है कि आर्थिक चुनौतियां न हों और संसाधन मिलें तो वह एक सप्ताह में पुरानी हो चुकीं बाइकों को साइकिलनुमा बाइक के रूप में नयापन दे सकता है।

इसी तरह सोलर ऊर्जा का इस्तेमाल कर कपड़ा निर्माण के क्षेत्र में बाजार में आए सोलर चरखों का जल्दी ही तकनीकी और व्यवहारिक ज्ञान लेकर जनपद की दो प्रतिभाएं न केवल दूरदराज जनपदों में सोलर चरखों को इंस्टॉल करने में जुटी हैं, बल्कि इसका प्रशिक्षण भी दे रही हैं।

धामपुर निवासी हिमांचल आरवीआइ गुजरात कंपनी में इंजीनियर हैं। लॉकडाउन के कारण कार्य में व्यवधान उत्पन्न होने के बावजूद हिमांचल ने हिम्मत नहीं हारी। अब उन्हें सीतापुर, बुलंदशहर, संभल और बिजनौर में सोलर चरखे इंस्टॉल करने हैं। वहीं, कासमपुरगढ़ी निवासी अवतार सिंह स्वयं सोलर चरखों का कुशल संचालन करने के साथ इसका शानदार प्रशिक्षण भी देने में जुटे हैं।

-युवा कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण जारी

मंडलीय ग्रामोद्योग प्रशिक्षण केंद्र अकबरपुर चौगांवा में प्राचार्य सोमप्रकाश के निर्देशन में शासन से बजट मिलने पर विभिन्न ट्रेड का प्रशिक्षण निश्शुल्क दिया जाता है। सोमप्रकाश बताते हैं कि इस समय कंप्यूटर ट्रेनिग चल रही है। प्रशिक्षण पाने वाले युवा अपना कारोबार शुरू करने के लिए बैंक से ऋण लेकर आगे बढ़ सकते हैं।


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