भारी पड़ी हड़ताल, दुनिया छोड़ गए दो लाल
भाजपा नेता से विवाद के कारण डाक्टरों की हड़ताल की कीमत सोमवार को हादसे में घायल दो युवकों को जान देकर चुकानी पड़ी।
बिजनौर, जेएनएन: भाजपा नेता से विवाद के कारण डाक्टरों की हड़ताल की कीमत सोमवार को हादसे में घायल दो युवकों को जान देकर चुकानी पड़ी। घायल युवकों को नगीना अस्पताल में इलाज देने के बजाय जिला अस्पताल रेफर कर दिया। अस्पताल पहुंचने से पहले एक युवक की मौत हो गई, जबकि दूसरे ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। यदि समय पर उपचार मिल जाता तो उनकी जान बच सकती थी।
धामपुर के मोहल्ला लोहियान निवासी रचित (18) व मोहल्ला फूलबाग कालोनी निवासी मनुपाल सोमवार को बाइक से नजीबाबाद गए थे। वापस लौटते समय नगीना के पास उनकी बाइक किसी वाहन की चपेट में आ गई। गंभीर घायल हुए दोनों युवकों को लोग नगीना सीएचसी ले गए। हड़ताल के कारण उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया लेकिन जिला अस्पताल पहुंचने से पहले रचित ने दम तोड़ दिया। मनुपाल की भी जिला अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। हालांकि, जिला अस्पताल में इमरजेंसी की सेवाएं चालू हैं। चेन और बाली निकालने का आरोप
परिजनों ने रचित के गले से चेन व कान से बाली निकालने को कहा तो अस्पताल स्टाफ ने पुलिस के आने का इंतजार करने को कहा। प लिस के पहुंचने पर परिजनों ने पुन: आग्रह किया तो चेन और बाली गायब थीं। क्षुब्ध परिजनों ने हंगामा किया। परिजनों ने बताया कि तीन दिन पहले रचित के जन्मदिन पर पिता ने चेन व बाली उसे भेंट की थी। इमरजेंसी की स्वास्थ्य सेवाएं हड़ताल में भी जारी हैं। जिला अस्पताल पहुंचने पर युवक को उपचार मिला है। इलाज के अभाव में मौत नहीं हुई है। नगीना अस्पताल में उपचार नहीं मिलने की जानकारी ली जाएगी।
-रमाकांत पांडेय, डीएम सड़क हादसे में बीएसएफ जवान की मौत
संसू नगीना: क्षेत्र के गांव पखनपुर निवासी सोमपाल उर्फ सोनू पुत्र रामपाल बीएसएफ में जवान थे। वह रविवार को 15 दिन की छुट्टी पर आए थे। सोमवार को गंगा स्नान के लिए हरिद्वार गए थे। लौटते समय गांव हैजरपुर के समीप किसी वाहन ने टक्कर मार दी। गंभीर रूप से घायल हालत में उन्हें नगीना सीएचसी ले गए, जहां मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वह अपने पीछे पत्नी व तीन बच्चे छोड़कर गए हैं।