रावण ने छल किया सीता का हरण
बुधवार को रामलीला में भरत का श्रीराम से वनों में मिलन एवं सूपर्नखा की नाक और कान काटने एवं सीता हरण का मंचन किया गया।
बिजनौर जेएनएन। बुधवार को रामलीला में भरत का श्रीराम से वनों में मिलन एवं सूपर्नखा की नाक और कान काटने एवं सीता हरण का मंचन किया गया।
बुधवार रात हुए रामलीला मंचन में कथानक के अनुसार पिता का वचन निभाने वन चले गए। जब भरत को श्रीराम के वन जाने का पता चलता है तो वह उन्हें लाने वन में चले जाते हैं। वह श्रीराम, सीता और लक्ष्मण से वापस अयोध्या लौटने की विनती करते हैं, लेकिन श्रीराम नहीं लौटते। वह भरत को अपनी खड़ाऊ देकर वापस अयोध्या लौट कर शासन करने को कहते हैं। इस पर भरत लौट आते हैं। दूसरी ओर सूपर्नखा राम पर मोहित होकर उनसे विवाह करने को कहती है। समझाने के बावजूद न मानने पर सूपर्नखा की नाक व कान काट दिए जाते हैं। सूपर्नखा अपने अपमान की बात भाई रावण से बताती है। रावण क्रोध में आकर सीता का हरण कर लेता है। रामलीला के मंच से मिशन शक्ति के अंतर्गत उप्र पुलिस महिला सशक्तिकरण पर सीओ कुलदीप गुप्ता तथा महिला थाना प्रभारी गुड्डी कर्णवाल ने कहा कि महिलाओं को किसी को डरने की आवश्यकता नहीं है, जो महिलाएं किसी कारणवश पुलिस स्टेशन नहीं आ सकती वह फोन पर शिकायत दर्ज करा सकती है। इस मौके पर रामलीला समिति के पदाधिकारी मौजूद रहे।