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हत्यारोपित नसीम की जमानत निरस्त

प्रभारी जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजकुमार बंसल ने शुभम हत्याकांड में आरोपित नसीम की जमानत निरस्त कर दी है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 03 Mar 2021 11:29 PM (IST)Updated: Wed, 03 Mar 2021 11:29 PM (IST)
हत्यारोपित नसीम की जमानत निरस्त
हत्यारोपित नसीम की जमानत निरस्त

बिजनौर, जागरण टीम। प्रभारी जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजकुमार बंसल ने शुभम हत्याकांड में आरोपित नसीम की जमानत निरस्त कर दी है।

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डीजीसी वरुण राजपूत के अनुसार कोतवाली थाना क्षेत्र के मोहल्ला बाड़वान निवासी बासू का भाई शुभम 26 नवंबर 2020 को शाम छह बजे के करीब परिजनों को यह बता कर गया था कि वह कुछ देर बाद आकर खाना खा लेगा। शुभम काफी देर तक नहीं आया। उसकी काफी तलाश की इसी दौरान वादी की मां जग्गो देवी ने बताया कि शुभम को आरोपित नसीम के साथ जाते देखा है। अगले दिन शुभम का शव बिजनौर इंटर कालेज के पास पड़ा मिला। उसकी पत्थर से कुचल कर हत्या की गई थी। शव की पहचान मिटाने के लिए उसे जला दिया था। इस मामले में आरोपित नसीम, एजाज, नईम पुत्रगण असगर तथा आरिफ निवासी मोहल्ला बाड़वान थाना कोतवाली शहर के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी। तहरीर में आरोप लगाया कि उसका भाई सागर असगर की पुत्री को ले गया था, जिसमें रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। सागर तभी से जेल में है। इस रंजिश को लेकर असगर के पुत्र उससे रंजिश रखते थे। इस मामले में न्यायाधीश राजकुमार बंसल ने आरोपित नसीम की जमानत पर्याप्त आधार न पाते हुए निरस्त कर दी है। समझा-बुझा कर कराया अंतिम संस्कार

संवाद सूत्र, हरेवली : गांव खिजरपुर निवासी एक युवक का शव सोमवार को देहरादून स्थित एक विवाह मंडप में फांसी के फंदे पर लटका मिला था। स्वजनों ने हत्या का अंदेशा जताया था तथा उन्होंने चेतावनी दी थी कि जब तक आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी, वह अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। इसके चलते रातभर पुलिस गांव में रही और बुधवार को पुलिस ने समझा-बुझाकर अंतिम संस्कार कराया।

क्षेत्र के गांव खिजरपुर निवासी 22 नितिन पुत्र धर्मेन्द्र सिंह 28 फरवरी को शेरकोट स्थित अपनी बहन हिमानी के घर आया था। बताया जाता है कि वहां पर दो-तीन घंटे रुकने के बाद वह बहन से घर जाने के लिए कहकर चला गया था। वहीं सोमवार को उसका शव देहरादून स्थित एक विवाह मंडप में फांसी के फंदे पर लटका मिला था। मंगलवार को शव गांव पहुंचने पर स्वजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए हंगामा किया था और कार्रवाई नहीं होने तक अंतिम संस्कार को मना कर दिया था। मंगलवार रात भर पुलिस गांव में रही और सुबह सीओ सुनीता दहिया और थानाध्यक्ष अनुज तोमर ने स्वजनों को समझाबुझा कर अंतिम संस्कार कराया। मृतक युवक के पिता ने इस संबंध में गांव के ही तीन लोगों के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है। ़


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