धरना स्थगित कराने को पुलिस की शरण में जाएंगे प्राचार्य
बिजनौर स्थित धामपुर के आरएसएम कालेज के कार्यवाहक प्राचार्य को हटाने के लिए नौ दिनों से चल रहे धरने को समाप्त कराने के लिए प्रशासन अब पुलिस का सहारा ले सकते हैं।
धामपुर (बिजनौर): आरएसएम कालेज के कार्यवाहक प्राचार्य को हटाने के लिए नौ दिनों से जारी धरना-प्रदर्शन कालेज प्रशासन के लिए मुसीबत बना है। कालेज प्रशासन ने कालेज में इंप्रूवमेट परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए आगामी 23 सितंबर 2018 तक धरना-प्रदर्शन स्थगित कराने के लिए तैयार कर ली है। शिक्षक संघ ने यदि स्वयं धरना स्थगित नहीं किया तो पुलिस प्रशासन के माध्यम से धरना स्थगित कराया जाएगा। जिससे कि कालेज में विद्यार्थियों को परीक्षा देने में कठिनाई का सामना न करना पड़े।
रुहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली ने इंप्रूवमेट परीक्षा कराने के लिए आरएसएम कालेज को केंद्र बनाया है और यहां पर क्षेत्र के लक्ष्य कालेज स्योहारा, पृथ्वीराज कालेज, महामाया कालेज शेरकोट सहित दस कालेजों के तीन हजार विद्यार्थी परीक्षार्थी इंप्रूवमेट की परीक्षा देंगे। परीक्षा सुधार कार्यक्रम के तहत जहां कालेज प्रशासन ने सभी तैयारियां पूर्ण कर ली है, वहीं नौ दिन से प्राचार्य को हटाने के लिए कालेज शिक्षक संघ का अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन प्राचार्य के लिए मुसीबत बना हुआ है। ऐसे में प्राचार्य रंजन अग्रवाल ने दो टूक कहा कि यदि शिक्षक संघ स्वयं धरना स्थगित नहीं करता तो मजबूरन 23 सितंबर 2018 तक धरना समाप्त कराने के लिए पुलिस प्रशासन का सहयोग लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इंप्रूवमेट परीक्षा शांतिपूर्वक संपन्न कराने के वह प्रतिबद्ध हैं, चाहे इसमें शिक्षक संघ पदाधिकारी व सदस्य सहयोग करें अथवा नहीं। उधर कालेज शिक्षक इकाई संघ के सचिव जितेन्द्र कुमार का कहना है कि उनकी मांगे पूरी न होने तक वह किसी कीमत पर धरना स्थगित नहीं करेंगे, चाहे शिक्षकों को पुलिस की लाठियां ही क्यों न खानी पड़ें। उन्होंने कहा कि वह विवि बरेली से मांग करेंगे कि परीक्षा सुधार कार्यक्रम का केन्द्र बदलकर उसे दूसरे कालेज में करा दिया जाए।
धरनें का नौवां दिन
आरएसएम कालेज में प्राचार्य हटाओ अभियान के तहत कालेज शिक्षक इकाई संघ का प्रदर्शन नौवें दिन भी जारी रहा। संघ पदाधिकारियों ने प्राचार्य के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने मांगें पूरी न होने तक धरना समाप्त न करने की चेतावनी दी है। धरने में डा. शौराज ¨सह, डा. अमित कुमार, डा. पूनम घई, डा. अलका राय, डा. राजेश चौहान, डा. रमाकांत, डा. भावना, डा. आशीष कुमार, डा. चमन ¨सह, डा. भूदेव ¨सह आदि शामिल रहे।