फैक्ट्रियों के प्रदूषण पर रोक नहीं, किसानों पर रिपोर्ट
बिजनौरजेएनएन। जनपद में फैक्ट्रियों के प्रदूषण पर रोक नहीं है लेकिन किसानों पर पराली जाने पर मुकदमें दर्ज कराए जा रहे है। तीन दिन बाद किसान अपने-अपने वाहनों से खेतों में पड़ा पराली और पत्ती थानों में डाल देंगे। यह चेतावनी शनिवार को भाकियू के जिलाध्यक्ष दिगंबर सिह ने दी।
फैक्ट्रियों के प्रदूषण पर रोक नहीं, किसानों पर रिपोर्ट
बिजनौर,जेएनएन। जनपद में फैक्ट्रियों के प्रदूषण पर रोक नहीं है, लेकिन किसानों पर पराली जाने पर मुकदमें दर्ज कराए जा रहे है। तीन दिन बाद किसान अपने-अपने वाहनों से खेतों में पड़ा पराली और पत्ती थानों में डाल देंगे। यह चेतावनी शनिवार को भाकियू के जिलाध्यक्ष दिगंबर सिह ने दी।
भाकियू जिलाध्यक्ष शनिवार को गन्ना समिति कार्यालय में प्रेस वार्ता कर रहे थे। उन्होंने मंडावली क्षेत्र के ग्राम सीतावाली में पत्ती जलाने पर एक किसान को जेल भेजे जाने की निदा करते हुए कहा कि जिले में प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियों पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती, बल्कि किसानों को परेशान किया जा रहा है। यदि किसान पत्ती को जुताई कर मिट्टी में मिलाता है, तो उसे चार से पांच जुताई करनी पड़ती है। इससे डीजल पर ज्यादा खर्च होगा। ट्रैक्टर के धुंए से भी प्रदूषण होगा। वहीं पत्ती के खेत में जुताई करने पर दीमक लग जाएगी। खेत में गेहूं की पैदावार नहीं होगी। कहा कि पराली और पत्ती जलाने के नाम पर पुलिस किसानों का उत्पीड़न कर रही है। अब तीन दिन बाद किसान थानों में धरना नहीं देगा, सीधे अपने खेत की पत्ती थाने में ले जाकर पलट देगा।
उन्होंने कहा कि चांदपुर चीनी मिल ने 1,13,000 बोरे चीनी के बेच दी, लेकिन किसानों का भुगतान नहीं किया, जबकि यह चीनी अभिरक्षा में थी। इस मामले को लेकर भी वह डीएम से मिलेंगे। मिल अधिकारियों से हिसाब लिया जाएगा कि चीनी बेचने के बाद किसानों को भुगतान क्यों नहीं दिया गया। पत्रकार वार्ता में दीपक तोमर आदि मौजूद थे।