संवाद सहयोगी, नजीबाबाद (बिजनौर)। सहरसा से अमृतसर जा रही ट्रेन में आतंकी होने की सूचना पर सिविल और रेलवे पुलिस की सांसें पूरी रात अटकी रहीं। दरअसल एक व्यक्ति ने यूपी 112 हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर सूचना दे दी कि वह जालंधर जा रही जिस ट्रेन में सफर कर रहा है, उसमें आतंकी सवार हैं। इसके बाद यात्री से संपर्क नहीं हो सका और पुलिस पूरी रात जालंधर जाने वाली ट्रेनें खंगालती रही। बाद में जांच पड़ताल में पता चला कि फोन करने वाला गैस सिलेंडर सप्लाई करता है और उसकी किसी ने पिटाई कर दी थी। इसी से क्षुब्ध होकर झूठी सूचना देकर अपना मोबाइल बंद कर लिया।

कंट्रोल रूम में आया था मैसेज

नजीबाबाद जीआरपी थाना प्रभारी सुभाष तोमर के पास शुक्रवार रात 11:29 बजे पुलिस कंट्रोल रूम से मैसेज आया कि एक यात्री के अनुसार जालंधर जा रही ट्रेन में आतंकी हैं। एसओ पुलिस बल के साथ जब तक प्लेटफार्म पर पहुंचे तब तक सहरसा से वाया नजीबाबाद, सहारनपुर, जालंधर, अमृतसर जा रही जननायक एक्सप्रेस स्टेशन से छूट चुकी थी।

वहीं, पुलिस कंट्रोल रूम से बिजनौर पुलिस और हरिद्वार के लक्सर रेलवे पुलिस को भी मैसेज भेजा जा चुका था। इसके बाद सीओ नजीबाबाद गजेंद्रपाल सिंह के नेतृत्व में काफी पुलिस बल, जीआरपी थाना प्रभारी सुभाष तोमर और आरपीएफ थाना प्रभारी प्रताप सिंह नेगी के नेतृत्व में रेलवे पुलिस बल डाग स्क्वायड और बम निरोधक दस्ते के साथ नजीबाबाद स्टेशन पहुंच गया।

ट्रेन का नाम नहीं था स्पष्ट

ट्रेन का नाम स्पष्ट नहीं होने के चलते नजीजाबाद स्टेशन पर जालंधर की ओर जाने वाली ट्रेनों किसान एक्सप्रेस, पंजाब मेल, हावड़ा-अमृतसर एक्सप्रेस, लखनऊ-चंडीगढ़ एक्सप्रेस में छानबीन की गई, मगर कोई आतंकी अथवा संदिग्ध व्यक्ति नहीं मिला। वहीं, रात लगभग 11:55 बजे जीआरपी लक्सर के एसओ का उस नंबर पर संपर्क हुआ, जिसने पुलिस कंट्रोल रूम को ट्रेन में आतंकी होने की सूचना दी थी लेकिन वह अपना नाम एवं लोकेशन की सही जानकारी नहीं दे रहा था। बाद में उसने मोबाइल स्विच आफ कर दिया।

ये शुक्रवार रात की घटना है। एक युवक ने यूपी 112 को सूचना दी कि ट्रेन में आतंकवादी हैं। जिसके बाद बिजनौर, नोएडा, गाजियाबाद की जीआरपी ने चेकिंग की लेकिन कुछ नहीं मिला। युवक के बारे में पता चला है कि वह अमरोहा का रहने वाला पंकज है और वह किसी ट्रेन में सवार नहीं था। वह गैस सिलेंडर सप्लाई का काम करता है। युवक से फोन पर बात हुई है। उसने बताया कि गुस्से में ये झूठी सूचना दी थी। अभी मुकदमा नहीं हुआ है। उच्च अधिकारियों के आदेश के बाद मुकदमा दर्ज होगा। - धर्मेंद्र सिंह, जीआरपी सीओ, सहारनपुर 

Edited By: Abhishek Saxena