40 सदस्यीय टीम के साथ रात भर गंगा में भटकती रहीं एवरेस्ट विजेता बछेंद्रीपाल
गंगा स्वच्छता का संदेश लेकर हरिद्वार से 40 सदस्यीय टीम के साथ निकलीं भारत की प्रथम महिला एवरेस्ट विजेता बछेन्द्री पाल की टीम गंगा नदी की लहरों में फंस गई।
बिजनौर (जेएनएन)। गंगा स्वच्छता का संदेश लेकर हरिद्वार से निकलीं भारत की प्रथम महिला एवरेस्ट विजेता बछेंद्रीपाल 40 सदस्यीय दल के साथ गंगा में भटक गईं। उनसे संपर्क टूटने से पुलिस- प्रशासन में हड़कंप मच गया। उनकी तलाश में पुलिस की गाडिय़ां गंगा किनारे के कई किमी लंबे बंधे पर दौड़ती रहीं। पुलिस-प्रशासन की टीम बिजनौर व मुजफ्फरनगर के शुकतीर्थ में तलाश को लगी रही। रात्रि करीब साढ़े नौ बजे उनसे संपर्क के बाद पता चला कि वह दूसरे किनारे धारीवाला कदीम में पहुंच गई हैं और वहीं पर कैंप किए हुए हैं। तलाश के लिए कई नाविक भी गंगा में उतार दिए गए थे।
नमामि गंगे के अंतर्गत गंगा स्वच्छता के लिए पर्वतारोही बछेंद्री पाल के नेतृत्व में जागरूकता यात्रा पांच अक्टूबर को हरिद्वार से शुरू की गई है। चार बोट में कोई 40 सदस्यों के साथ रवाना हुई बछेंद्रीपाल को गंगा में राफ्टिंग करते हुए सोमवार दोपहर तीन बजे बिजनौर गंगा बैराज पहुंचना था, लेकिन शाम चार बजे के बाद उनका संपर्क कट गया। प्रशासनिक अमला व भाजपा के नेता सहित काफी संख्या में लोग उनके स्वागत के लिए शाम तक खड़े रहे। बाद में सभी मायूस होकर लौट गए।
डीएम अटल राय, एसपी उमेश कुमार सिंह, सीडीओ प्रवीण मिश्र आदि अधिकारी लगातार उनकी लोकेशन लेते रहे, लेकिन बैराज से करीब 15 किमी पहले प्रशासन से उनका संपर्क कट गया। इससे महकमे में हड़कंप मच गया। पुलिस ने जीपीएस से लोकेशन लेनी शुरू की। इसके बाद पुलिस की गाडिय़ां गंगा के किनारे कई किमी लंबे रावली बंध पर दौड़ाई गई। तहसीलदार सदर धर्मेंद्र कुमार सिंह, सीओ सिटी महेश कुमार व एसओ मंडावर अंशुमाली भारती ने आधा दर्जन से अधिक नाविकों को उनकी तलाश में गंगा में उतारा।
प्रशासनिक अफसरों व पुलिस की टीम शुकतीर्थ की तरफ से गंगा में तलाशी के लिए भेजी गई। रात्रि करीब साढ़े नौ बजे उनसे संपर्क हुआ। डीएम अटल कुमार राय ने बताया कि रात्रि में बोट भटकने के कारण दल दूसरी तरफ चला गया। बछेंद्रीपाल व उनकी टीम ने वहीं पर कैंप किया हुआ है और सभी सुरक्षित हैं। खुद बछेंद्रीपाल ने मैसेज में कहा है कि सभी लोग सुरक्षित हैं। वह साहसिक अभियान पर निकली हैं और सारे साजो-सामान से लैस हैं। हालांकि यह बातें भी आती रहीं कि बोट गंगा में टापू में फंस गई थीं और किनारे रेत पर ही टीम ने कैंप लगा लिया था। सब कुछ सही होने पर पुलिस प्रशासन ने भी राहत की सांस ली।
उन्होंने अधिकारियों से मदद मांगी। इसके बाद पुलिस- प्रशासन में खलबली मच गई। इसके बाद तो पुलिस- प्रशासन ने लोकेशन ढूढऩी शुरू कर दी। पुलिस की गाडिय़ां गंगा नदी के किनारे दौडऩे लगीं। रात करीब नौ बजे गंगा नदी किनारे चल रहे पुलिस वालों को गंगा के बीच से लाइट दिखाई दी।
काफी प्रयास के बाद इंस्पेक्टर का टीम से संपर्क हुआ। इंस्पेक्टर ने बताया कि बोट में झाडिय़ां फंसने के कारण बछेन्द्री पाल तथा उनकी टीम गंगा में फंसी है। अंधेरा होने के कारण टीम तक पहुंचने में परेशानी हो रही है। प्रयास हो रहे हैं। लापरवाही की हद तो यह है कि जिला प्रशासन के पास रात में कोई खास इंतजाम नहीं हैं और बाहर से भी कोई मदद नहीं मांगी जा रही है।
बछेन्द्री पाल और उनकी टीम सुरक्षित
माउंट एवरेस्ट विजेता बछेन्द्री पाल और उनकी टीम सुरक्षित है और बिजनौर बैराज के पास रणजीतपुर गांव में कैंप किए हुए हैं। इसकी पुष्टि बिजनौर के एसडीएम बृजेश कुमार और बछेन्द्री पाल की टीम के सदस्य हेमंत ने की। हेमंत ने बताया कि रास्ते उनके सामने कोई परेशानी नहीं आई पर यात्रा के अंतिम पड़ाव में नेटवर्क ना होने के कारण उनका सभी से संपर्क कट गया। बछेन्द्री पाल और उनकी टीम का संपर्क न होने की वजह से यह भ्रम फैल गया था कि उनका कोई पता नहीं चल रहा है, जिसको लेकर हरिद्वार और बिजनौर जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया था। अलर्ट जारी कर तलाशी अभियान शुरू किया जाने वाला था कि जानकारी में आया उन्होंने बिजनौर बैराज के पास रणजीतपुर गांव में कैंप कर लिया है और उनकी टीम के सभी सदस्य तथा खुद बृजेंद्र पाल सुरक्षित हैं। इसकी पुष्टि करते हुए बिजनौर एसडीएम बृजेश कुमार ने बताया कि वह लगातार बचेंद्री पाल टीम के संपर्क में हैं और सभी लोग सुरक्षित हैं।
भारत की पहली एवरेस्ट विजेता महिला पर्वतारोही पद्मश्री बछेन्द्री पाल गंगा स्वच्छता का संदेश लेकर अपने 40-सदस्यीय दल के साथ आज सुबह हरिद्वार के चंडीघाट से पटना के लिए रवाना हुई। यह दल राफ्टिंग के जरिए पटना तक का सफर तय करेगा और राह में पडऩे वाले सभी प्रमुख शहरों में गंगा स्वच्छता की अलख जगाते हुए गंगा सागर पहुंचेगा। इस दल को हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने झंडी दिखाकर रवाना किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि पर्वतारोही बछेन्द्री पाल ने पूरे विश्व में उत्तराखंड का मान बढ़ाया है। उत्तरकाशी के एक छोटे से गांव से निकलकर उन्होंने महिला सशक्तीकरण की एक बेहतरीन मिसाल पेश की।
अब वह गंगा नदी स्वच्छता अभियान पर निकल रही हैं, जिससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुहिम को मजबूती मिलेगी। इस मौके पर पर्वतारोही बछेंद्री पाल ने कहा कि गंगा को स्वच्छ बनाने का सपना तभी साकार हो सकता है, जब देश का शिक्षित वर्ग इस मुहिम से जुड़े। इस अभियान की सार्थकता तभी है, जब हम सभी देशवासियों को गंगा की पवित्रता, निर्मलता और स्वच्छता की मुहिम से जोड़ सकें।