टीईटी में 1909 ने छोड़ी परीक्षा, वंचित अभ्यर्थियों का हंगामा
बिजनौर : रविवार को दो पालियों में आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा में 1909 परीक्षार्थियों ने परीक्ष्
बिजनौर : रविवार को दो पालियों में आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा में 1909 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी।
दोनों पालियों में 30288 परीक्षार्थियों में से 28379 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए। मूल अंक तालिका न होने से कई परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा से वंचित कर दिया गया, जिससे नाराज परीक्षार्थियों ने परीक्षा केन्द्रों व डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया। उधर, शाम की पाली में जीजीआइसी में एक परीक्षार्थी ने ओएमआर शीट भूलवश जमा नहीं की, जिसके बाद हड़कंप मच गया। परीक्षा केंद्र व्यवस्थापक ने सभी परीक्षार्थियों को केन्द्र पर करीब पौन घंटे रोके रखा। इस पर परीक्षार्थियों ने हंगामा किया। बाद में ओएमआर शीट मिलने पर केंद्र का गेट खोला गया।
जिले के 35 परीक्षा केन्द्रों पर शिक्षक पात्रता परीक्षा रविवार को सीसीटीवी कैमरों की नजर में संपन्न हुई। पहली पाली में प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए 18825 परीक्षार्थियों ने पंजीकरण किया था। पहली पाली में 22 परीक्षा केन्द्रों पर 17622 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। 1203 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। दूसरी पाली में 13 परीक्षा केन्द्रों पर उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा संपन्न हुई, जिसके लिए 11463 परीक्षार्थियों ने पंजीकरण कराया था। जिसमें 706 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे और 10757 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। परीक्षा को लेकर परीक्षा केन्द्रों पर माध्यमिक शिक्षा विभाग, प्रशासन व पुलिस ने पूरी सर्तकता बरती। अधिकांश परीक्षा केन्द्रों पर सैकड़ों परीक्षार्थियों को मूल अंक तालिका या अंक तालिका की फोटो स्टेट प्रमाणित नहीं होने पर उन्हें परीक्षा केन्द्रों में प्रवेश देने से रोक दिया गया। इससे गुस्साए अभ्यर्थियों ने जीजीआइसी परीक्षा केन्द्र के बाहर व डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया और परीक्षा में शामिल करने की अपील की। अधिकारियों ने परीक्षा की गाइड लाइन का हवाला देते हुए परीक्षार्थियों की मदद करने से हाथ खड़े कर दिये। वहीं शाम की पाली में जीजीआइसी परीक्षा केन्द्र पर परीक्षार्थी संदीप कुमार ओएमआर सीट की प्रति नहीं मिली। इस पर केन्द्र में हड़कंप मच गया। केन्द्र व्यवस्थापक ने सभी परीक्षार्थियों को बाहर जाने से रोक दिया गया। ओएमआर शीट की तलाश जारी की गई। परीक्षा छूटने के करीब पौधे घंटे रोके जाने पर परीक्षार्थियों ने खूब हंगामा किया। उनका कहना था कि उन्हें बहुत दूर जाना है। बाद में ओएमआर शीट मिलने पर सभी को जाने दिया गया। जिला विद्यालय निरीक्षक राजेश कुमार ने बताया कि जिले में शांतिपूर्ण ढंग से परीक्षा संपन्न हो गई।