जिला अस्पताल में कैदी की मौत, लापरवाही का आरोप
जिला कारागार में आजीवन कारावास की सजा काट रहे एक कैदी की रविवार रात जिला अस्पताल में मौत हो गई। स्वजन ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया।
बिजनौर, जेएनएन। जिला कारागार में आजीवन कारावास की सजा काट रहे एक कैदी की रविवार रात जिला अस्पताल में मौत हो गई। स्वजन ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया।
नूरपुर क्षेत्र के गांव शादपुरी रोशनपुर जागीर निवासी महिपाल सिंह (52) पुत्र चंद्रपाल सिंह के खिलाफ साल 1993 में नहटौर थाने में अपहरण का मुकदमा दर्ज हुआ था। कोर्ट ने 2019 में महीपाल सिंह को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। सात दिसंबर 2019 से महिपाल सिंह जेल में ही बंद था। रविवार दोपहर महिपाल सिंह को उल्टी-दस्त शुरू हो गए। जेल वार्ड में दिखाने के बाद महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। रविवार देर रात उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। सूचना पर स्वजन भी पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए। स्वजन ने जेल प्रशासन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है। मृतक के पुत्र भूपेंद्र सिंह का कहना है कि जब महिपाल सिंह की तबियत खराब हुई थी, तभी उनको सूचना मिलनी चाहिए थी। वह अपने मरीज का सही ढंग से इलाज कराते। आरोप लगाया कि उसकी पित्त की थैली में पथरी थी। इसके इलाज के लिए जेल प्रशासन ने पैसा लिया था, फिर भी लापरवाही बरती गई। पोस्टमार्टम के बाद स्वजन शव को ले गए। मृतक के चार बच्चे हैं। इनमें एक बेटी की शादी हुई है। ----- इन्होंने कहा
कैदी को पहले से पेट की समस्या थी। रविवार दोपहर अचानक तबीयत खराब हुई। उसको उपचार के लिए उसे जिला अस्पताल भर्ती कराया गया था। जिला अस्पताल में रात को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। लापरवाही का आरोप सरासर गलत है।
-लाल रत्नाकर सिंह, जेल अधीक्षक बिजनौर