पर्यावरण व जल संवर्धन को लगाएं पौधे
नजीबाबाद (बिजनौर): साहू जैन रासेयो छात्रा इकाई का चौथा दिन पर्यावरण व जलसंवर्धन के रूप में मनाया गया। इस मौके पर रमा जैन कन्या महाविद्यालय के निदेशक डा. केसी मठपाल ने छात्राओं को पेड़ों को न काटने व अधिक से अधिक पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया।
नजीबाबाद (बिजनौर): साहू जैन रासेयो छात्रा इकाई का चौथा दिन पर्यावरण व जलसंवर्धन के रूप में मनाया गया। इस मौके पर रमा जैन कन्या महाविद्यालय के निदेशक डा. केसी मठपाल ने छात्राओं को पेड़ों को न काटने व अधिक से अधिक पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया। मंगलवार को ग्राम शेखपुर गढू में कार्यक्रम अधिकारी डा. नीलम बालियान के निर्देशन में रासेयो छात्रा इकाई के चौथे दिन रमा जैन कन्या महाविद्यालय के निदेशक डा. केसी मठपाल ने कहा कि वृक्ष मनुष्य के मित्र है। उन्होंने पालिथीन के दुष्परिणामों के बारे में बताते हुए उसका उपयोग न करने की सलाह दी। वहीं उन्होंने पेड़ों के कटान से होने वाले नुकसान के बारे में भी जानकारी दी। छात्राओं ने रैली निकालकर ग्रामीणों को पर्यावरण संरक्षण एवं जल संवर्धन के लिए प्रेरित किया। शिविर के दूसरे सत्र में रंगोली प्रतियोगिता में तबस्सुम, मिस्बाह, लायबा, समरा, गुलनाज, उजमा, द्रक्षा, इफरा, जिया, सायमीन, फाखरा, जहांआरा, साक्षी, सोहा आदि छात्राओं ने भाग लिया।
कार्यक्रम अधिकारी डा. नीलम बालियान ने रंगोली प्रतियोगिता का परिणाम घोषित करते हुए संयुक्त रूप से तबस्सुम, उजमा, द्रक्षा, इफरा, जीया को सर्वप्रथम स्थान प्रदान किया। इस मौके पर एके मित्तल, डा. बलराम ¨सह, डा. ओमवीर ¨सह, डा. रीना, डा. मुकेश कुमार, डा. शुभा माहेश्वरी, डा. पीपी विश्वकर्मा, डा. हरविन्दर ¨सह, डा. कुसुम कुशवाह आदि मौजूद रहे। उधर ग्राम पदारथपुर में साहू जैन छात्र इकाई का रासेयो शिविर का दूसरा दिन एडस दिवस के रूप में मनाया गया। इस मौके पर छात्रों ने प्राथमिक विद्यालय परिसर में श्रमदान कर साफ-सफाई की। इस मौके पर डा ओमवीर ¨सह ने एडस से सम्बन्धित विषय में छात्रों को जानकारियां दी। डा एनपी ¨सह ने बैंकों में हो रहे डिजिटलाइजेन के फायदे एवं नुकसान को बताते हुए कहा कि डिजिटल बैं¨कग से लोगों को सुविधाएं तो प्राप्त हो रही है, लेकिन सुरक्षा की ²ष्टि से अभी और अपडेट होने की आवश्यकता है। इस मौके पर साहू जैन कालेज के पूर्व प्राचार्या डा. वाईएन द्विवेदी के निधन पर छात्रों ने दो मिनट का मौन धारण कर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।