सरकार के आम बजट की ज्यादातर ने की सराहना
केंद्र सरकार ने आम बजट जारी कर जन अपेक्षाओं पर खरा उतरने की कोशिश की है।
बिजनौर, जेएनएन। केंद्र सरकार ने आम बजट जारी कर जन अपेक्षाओं पर खरा उतरने की कोशिश की है। सरकार से कई अपेक्षाएं रखने वाले अधिकांश लोगों ने बजट की सराहना की है। लोगों का मानना है कि जिस तरह का बजट प्रस्तुत किया गया है वह अच्छा है, लेकिन आय की अपेक्षा व्यय अधिक होने से इसके प्रभावित होने की भी आशंका है। अच्छा होगा सरकार बेहतर तालमेल बनाते हुए बजट पर काम करे।
अधिवक्ता एकता अग्रवाल बताती हैं कि सरकार ने आम बजट में महिलाओं से जुड़े कार्यक्रमों के लिए 28,600 रुपये के बजट का प्रावधान किया है। इसमें महिला स्वास्थ्य, महिला शिक्षा और महिला सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है। नारी सशक्तिकरण की ओर यह सरकार का सार्थक कदम है।
साहू जैन कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ केसी मठपाल ने तकनीक को उन्नति का आधार बनाकर बजट प्रस्तुत करने पर सरकार की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत नेट कार्यक्रम के लिए छह हजार करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। यह देश को तेजी से आगे बढ़ाने की सरकार की सोच को दर्शाता है।
रमा जैन कन्या महाविद्यालय की अर्थशास्त्र की प्रवक्ता डॉ सविता वर्मा ने कहा कि सरकार के बजट से रोजगार की संभावनाएं बढ़ेगी। टैक्स स्लैब में बदलाव किया है। जिसमें पांच लाख रुपये तक की आय पर कोई टैक्स नहीं देना है। इसका अच्छा परिणाम यह होगा कि मध्यमवर्गीय लोगों की क्रय शक्ति व मांग बढ़ेगी, मंदी काफी हद तक दूर होगी।
एनआइआइटी के प्रबंधक निदेशक अवनीश अग्रवाल ने शिक्षा के क्षेत्र में काफी बड़ा बजट देने से एजुकेशन सेक्टर में नई क्रांति आने की बात कही। यह भी आधारीय ढांचा मजबूत करने की कोशिश है कि जो युवा इंजीनियर बनेगा वह एक वर्ष की इंटर्नशिप करेगा, तब जॉब में जाएगा। देश में ही उत्पादन और लाभांश अर्थव्यवस्था पर खर्च करने से रोजगार के अवसर बढ़ने की संभावना बनेगी।
राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के मंडल प्रभारी महीपाल तोमर कहते हैं कि बजट किसानों के लिए निराशाजनक है। केंद्र और यूपी सरकार ने 14 दिन में किसानों को गन्ना भुगतान कराने की घोषणा की थी, यह वादा झूठा साबित हुआ है। किसान रेल चलाने और किसानों के लिए 16 सूत्रीय योजना का ऐलान किसानों को उलझाए रखने की कोशिश है।