मोटरबोट के साथ गंगा में उतरी पीएसी की फ्लड टीमें
बिजनौरजेएनएन। मुख्यमंत्री की गंगा यात्रा को लेकर हर तरह की सुरक्षा व्यवस्था की गई है। सुरक्षा घेरे को ताकतवर बनाने के लिए जमीन जल से लेकर आसमान तक तैयारी की गई है। करीब दो हजार पुलिसकर्मियों को कार्यक्रम की सुरक्षा में लगाया गया है। शनिवार को मुरादाबाद से आई पीएसी की फ्लड टीमें 15 मोटरबोट के साथ गंगा में उतर गई हैं। एनडीआरएफ को भी गंगायात्रा की अभेद सुरक्षा को बुलाया गया है। मुख्यमंत्री की गंगा यात्रा एनडीआरएफ के सुरक्षा घेरे में रहेगी।
मोटरबोट के साथ गंगा में उतरी पीएसी की फ्लड टीमें
बिजनौर,जेएनएन। मुख्यमंत्री की गंगा यात्रा को लेकर हर तरह की सुरक्षा व्यवस्था की गई है। सुरक्षा घेरे को ताकतवर बनाने के लिए जमीन, जल से लेकर आसमान तक तैयारी की गई है। करीब दो हजार पुलिसकर्मियों को कार्यक्रम की सुरक्षा में लगाया गया है। शनिवार को मुरादाबाद से आई पीएसी की फ्लड टीमें 15 मोटरबोट के साथ गंगा में उतर गई हैं। एनडीआरएफ को भी गंगायात्रा की अभेद सुरक्षा को बुलाया गया है। मुख्यमंत्री की गंगा यात्रा एनडीआरएफ के सुरक्षा घेरे में रहेगी।
27 जनवरी को बिजनौर से गंगा यात्रा कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री बैराज पर जनसभा को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत बतौर मेहमान शामिल होंगे। कार्यक्रम की सुरक्षा व्यवस्था के लिए हर तरह की तैयारी की गई है। कमांडो एवं पीएसी के गोताखोर स्टीमर पर गंगा में तैनात रहेंगे। चप्पे-चप्पे पर पुलिस का जवान रहेगा। शनिवार को पीएसी के फ्लड टीमें बैराज पर पहुंच गई। टीम अपने साथ 15 मोटरबोट लाई है। मोटरबोट पर कमांडों व पीएसी की फ्लड टीमें (बाढ़ राहत दल) और एनडीआरएफ तैनात रहेंगी। सीएम ने गंगायात्रा की तो वह एनडीआरएफ के गोताखोरों के घेरे में रहेंगे। आसमान में पांच ड्रॉन से निगरानी की जाएगी। बरेली जोन के कई जिलों से फोर्स बुलाया गया है। पीएसी के अलावा बिजनौर के अलावा मुरादाबाद, अमरोहा, संभल, बरेली समेत कई जिलों की दो हजार पुलिस कर्मियों को सुरक्षा व्यवस्था में लगाया गया है। एसपी सिटी लक्ष्मी निवास मिश्र ने बताया कि कार्यक्रम स्थल पर हर तरह की सुरक्षा की गई है।