प्याज-लहसुन ने बढ़ाई रोटी के रिश्ते में दरार
बिजनौरजेएनएन। प्याज और लहसुन के दाम दिन-प्रतिदिन तेजी से बढ़ रहे हैं। आलम यह है कि पिछले सालों में सबसे ऊंची कीमतों में प्याज और लहसुन बिक रहा है। वहीं अब रसोई में रोटी और सब्जी के रिश्ते में दरार आने लगी है। अब सलाद की प्लेट में टमाटर के साथ खीरा मूली और गाजर ने जगह बना ली है।
प्याज-लहसुन ने बढ़ाई रोटी के रिश्ते में दरार
बिजनौर,जेएनएन। प्याज और लहसुन के दाम दिन-प्रतिदिन तेजी से बढ़ रहे हैं। आलम यह है कि पिछले सालों में सबसे ऊंची कीमतों में प्याज और लहसुन बिक रहा है। वहीं अब रसोई में रोटी और सब्जी के रिश्ते में दरार आने लगी है। अब सलाद की प्लेट में टमाटर के साथ खीरा, मूली और गाजर ने जगह बना ली है। सितंबर माह में देहात में संचालित साप्ताहिक पैठ में 60 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिक रही थी, लेकिन वर्तमान में खुले बाजार और देहात में प्याज 80 रुपये किलोग्राम बिक रही है। सब्जी व्यापारी महेंद्र सिंह की मानें तो 2015 के मुकाबले इस साल प्याज की कीमतों में जबरदस्त वृद्धि हुई है, क्योंकि मार्केट में डिमांड अधिक है और आपूर्ति पर्याप्त नहीं है। यदि यही हालात रहे तो इस साल प्याज 95 से 100 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिकने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। वहीं बाजार में लहसुन 300 से 320 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिक रहा है। साप्ताहिक पैठ में बिकी
80 रुपये किलो प्याज
कोतवाली देहात: कस्बे में रविवार को लगी साप्ताहिक में प्याज 80 और लहसुन 300 से 320 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिका। उधर, पैठ में आए सब्जी व्यापारी नुरूल हसन, सुरेंद्र सिंह आदि कारोबारियों की मानें तो मंडी में प्याज और लहसुन का स्टॉक काफी कम है। खपत अधिक होने की वजह से लहसुन की कीमत बढ़ रही है। उनका कहना है कि इस साल नासिक में अधिक बारिश होने की वजह से नई फसल की तैयारी में विलंब हो रहा है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2015 के दाम में तीन गुना की वृद्धि हुई है।
इनका कहना है
प्याज हो या फिर लहसुन का तड़का लगी सब्जी और दाल का जायका बदल जाता है, लेकिन पिछले कई माह से प्याज और लहसुन की बढ़ती कीमतों की वजह से ऐसा लगता है कि सब्जी और दाल खाने का जायका खराब हो गया। अशोक कुमार, निवासी ग्राम धारूवाला। बढ़ती कीमतों की वजह से प्याज सलाद की प्लेट से गायब हुई है। अब टमाटर, खीरा और गाजर ने सलाद की प्लेट में अपना स्थान बना लिया है। सरकार को चाहिए कि लहसुन और प्याज की बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने का काम करें।- डॉ अंकित चौधरी, आवास-विकास कालोनी। बिना प्याज और लहसुन की बढ़ी कीमतों ने वेज हो या नानवेज, जायका बिगाड़ दिया है। यदि प्रशासन थोक व्यापारियों के स्टाक चेक करें तो प्याज और लहसुन की बढ़ती कीमतों पर रोक लगाई जा सकती है।- महताब अहमद, काजीपाड़ा एक जमाना था, जब गरीब व्यक्ति प्याज और नमक से रोटी खाकर अपनी भूख मिटा लेता था, लेकिन अब बढ़ती कीमतों की वजह से प्याज गरीब की रोटी से दूर हो गई है। सरकार को चाहिए कि वह प्याज और लहसुन की बढ़ी कीमतों पर रोक लगाने के लिए ठोस कार्रवाई करनी चाहिए। वीरेंद्र सिंह-ग्राम मंडावली।