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दर्जनभर बसों से रवाना किए गए सैकड़ों लोग

त्तराखंड के शासन-प्रशासन की अनदेखी नजीबाबाद प्रशासन के लिए सिरदर्द बन गई है। उत्तराखंड से पैदल चलकर रोजाना नजीबाबाद पहुंच रहे सैकड़ों लोगों को स्थानीय प्रशासन रोडवेज बसों से उनके गृहजनपदों तक भेजने में जुटा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Mar 2020 09:47 PM (IST)Updated: Sun, 29 Mar 2020 09:47 PM (IST)
दर्जनभर बसों से रवाना किए गए सैकड़ों लोग
दर्जनभर बसों से रवाना किए गए सैकड़ों लोग

बिजनौर, जेएनएन। उत्तराखंड के शासन-प्रशासन की अनदेखी नजीबाबाद प्रशासन के लिए सिरदर्द बन गई है। उत्तराखंड से पैदल चलकर रोजाना नजीबाबाद पहुंच रहे सैकड़ों लोगों को स्थानीय प्रशासन रोडवेज बसों से उनके गृहजनपदों तक भेजने में जुटा है। रविवार को भी नजीबाबाद डिपो से दर्जनभर रोडवेज बसों को दिल्ली, बरेली और शाहजहांपुर भेजा गया।

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रविवार सुबह रोडवेज डिपो परिसर में मध्य प्रदेश, बिहार और पूर्वी व पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों के सैकड़ों लोगों का जमावड़ा लगा था। हर कोई किसी भी सूरत में घर पहुंचने के लिए बेचैन था। डिपो के फोरमैन डोजीलाल ने बताया कि एसडीएम के निर्देश पर दो बसें दिल्ली, सात बसें बरेली और दो बसें शाहजहांपुर भेजी गई हैं। प्रशासन की गाइड लाइन मिलने पर और भी बसें भेजी जाएंगी। उन्होंने बताया कि स्टाफ नहीं मिलने से बसें भेजने में दिक्कत आ रही है। बसों के सैनिटाइजेशन के सवाल पर उन्होंने बताया कि बसों को पहले धुलवाया जा रहा है, उसके बाद सैनिटाइज्ड कर फिर सवारियों को बस में सवार कराया जा रहा है। बसें सीमित और भीड़ ज्यादा होने से बस में क्षमता से ज्यादा यात्रियों को सवार किया जा रहा है। -मन में क्रंदन पैदा कर रही लोगों की पीड़ा

नजीबाबाद: मध्य प्रदेश की फूलवती, उर्मिला, लाले, रामप्रसाद के साथ छह महीने के एक बच्चे समेत तीन बच्चे थे। उनका कहना था कि कोरोना तो बाद में मारेगा, पहले तो वे भूख से मर जाएंगे। मध्य प्रदेश के ही आत्माराम, आदेश, सीमा, कांता साथ भी दो महीने के बच्चे समेत दो बच्चे थे। उनका कहना था कि बच्चों के लिए दूध तक नहीं मिल रहा है। -स्वयंसेवियों ने मदद को बढ़ाए हाथ

एंटीकरप्शन ब्यूरो एंड वेलफयेर फाउंडेशन के चेयरमैन विकास आर्य की टीम ने रोडवेज डिपो परिसर में ईशम सिंह, प्रधान पति रामपाल सिंह, शीशा सिंह, देवेंद्र सिंह, मोंटी, हर्ष राजपूत, अजेंद्र राजपूत, नीशू राजपूत, विक्की आदि सीकेआइ चौराहे पर उत्तराखंड की ओर से पैदल आ रहे लोगों को भोजन खिलाया और फिर उन्हें अलग-अलग वाहनों से गंतव्य के लिए रवाना किया। प्रधान पति हिमांशु राजपूत ने पंचायत की स्प्रे मशीन से वाहनों पर कीटनाशक का छिड़काव किया और वाहनों में सवार होने वाले लोगों से सेनिटाइजर का उपयोग कराते हुए उन्हें नाक-मुंह ढककर रखने की सलाह दी। -इनका कहना है

हमारा उद्देश्य कहीं पर भी भीड़ को इकट्ठा नहीं होने देना है। लोगों को अविलंब सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना, उनके भोजन की व्यवस्था करना हमारी प्राथमिकता है। मध्य प्रदेश के कई मजदूरपेशा और घुमंतू लोगों को रोका गया है। उन्हें भोजन और खाद्यान्न देने के लिए सूची तैयार की गई है। -संगीता, एसडीएम नजीबाबाद।


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