खाद की किल्लत नहीं, 63606 मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध
जनपद के किसानों को फसलों में डालने के लिए यूरिया खाद की किल्लत नहीं रहेगी। जनपद में जून माह तक निर्धारित लक्ष्य 65140 मीट्रिक टन के सापेक्ष शनिवार तक 63606 मीट्रिक टन यूरिया की आपूर्ति प्राप्त हो चुकी है। 22 जून को तीन हजार मीट्रिक टन यूरिया की रैक उपलब्ध हो जाएगी। अधिकारियों का दावा है कि खाद के लिए किसानों को भटकना नहीं पड़ेगा।
बिजनौर, जेएनएन। जनपद के किसानों को फसलों में डालने के लिए यूरिया खाद की किल्लत नहीं रहेगी। जनपद में जून माह तक निर्धारित लक्ष्य 65140 मीट्रिक टन के सापेक्ष शनिवार तक 63606 मीट्रिक टन यूरिया की आपूर्ति प्राप्त हो चुकी है। 22 जून को तीन हजार मीट्रिक टन यूरिया की रैक उपलब्ध हो जाएगी। अधिकारियों का दावा है कि खाद के लिए किसानों को भटकना नहीं पड़ेगा।
जनपद में इफको यूरिया आयातित की एक रैक 3194 मीट्रिक टन 20 जून को लग रही है. कृभको यूरिया आयातित की एक रैक मात्रा 3000 मीट्रिक टन 22 जून 2021 को लगेगी। जिला कृषि अधिकारी डा. अवधेश मिश्रा ने बताया कि जून माह तक निर्धारित लक्ष्य 65140 मीट्रिक टन के सापेक्ष 19 जून तक 63606 मीट्रिक टन यूरिया की आपूर्ति जनपद को प्राप्त हो चुकी है। इस प्रकार जनपद में यूरिया की कमी नहीं है. लगातार यूरिया की उपलब्धता बनाएं रखने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने किसानों से यह भी अनुरोध किया है वह यूरिया के अन्य विकल्प जैसे नाइट्रोजन स्थिरीकरण करने वाले जीवाणु खाद, तरल जैव उर्वरक, जल विलय उर्वरक आदि का प्रयोग कर पौधों की नाइट्रोजन पोषक तत्व की आवश्यकता की पूर्ति कर सकते है. जिला कृषि अधिकारी ने किसान से यूरिया उर्वरक की होल्डिग न करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि जनपद में लगातार यूरिया उर्वरक की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है. पिछले कई दिनों से कुछ समितियों पर खाद की कमी होने पर किसान फसलों में खाद डालने को लेकर उनके चक्कर लगा रहे थे। अब खाद के लिए किसानों को परेशान नहीं होना पड़ेगा।