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फुटपाथ से अवैध कब्जे हटाएगी पालिका: चेयरपर्सन

नगर पालिका प्रशासन की देखरेख में शहर में बने फुटपाथ अतिक्रमण का शिकार हो चुके हैं जबकि शहर में फुटपाथ निर्माण पर करोड़ों रुपये खर्च हुए हैं। फुटपाथ पर खड़ी आड़ी-तिरछी बाइकें और ठेले राहगीरों की परेशानी का सबब बने हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 23 Oct 2021 08:11 AM (IST)Updated: Sat, 23 Oct 2021 08:11 AM (IST)
फुटपाथ से अवैध कब्जे हटाएगी पालिका: चेयरपर्सन

जेएनएन, बिजनौर। नगर पालिका प्रशासन की देखरेख में शहर में बने फुटपाथ अतिक्रमण का शिकार हो चुके हैं, जबकि शहर में फुटपाथ निर्माण पर करोड़ों रुपये खर्च हुए हैं। फुटपाथ पर खड़ी आड़ी-तिरछी बाइकें और ठेले राहगीरों की परेशानी का सबब बने हैं। इस परेशानी से निपटने के लिए पालिका ने पुलिस प्रशासन के सहयोग से फुटपाथ खाली कराने को कार्ययोजना बनाकर त्योहारों के बाद अमलीजामा पहनाने की तैयारी शुरू कर दी है। वहीं वेंडिग जोन के बाहर ठेला अथवा फड़ लगाकर सामान बेचने वालों के खिलाफ अर्थदंड वसूलने की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। प्रस्तुत है चेयरपर्सन रुखसाना परवीन से बातचीत के अंश: फुटपाथ पर हुए अतिक्रमण से निजात दिलाने की क्या योजना है और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई कब शुरू होगी?

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-अभिव्यक्ति भारद्वाज, रविकांत निवासी खत्रियान बिजनौर

सड़क के दोनों ओर किनारे पर बने फुटपाथ से अवैध कब्जे हटाने की रणनीति तय की जा चुकी है। त्योहारों के बाद प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के सहयोग से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी, कितु इससे पहले बैठक बुलाकर व्यापारियों से भी सहयोग मांगा जाएगा। क्या शहर में पार्किंग की कोई व्यवस्था है। यदि नहीं है, तो भविष्य में पार्किंग व्यवस्था किए जाने की कोई योजना है?

-रविद्र कुमार, निवासी मोहल्ला चाहशीरी बिजनौर शहर में पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है। इस वजह से लोग फुटपाथ पर वाहन खड़े कर देते हैं। इस समस्या के स्थाई निदान के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसे स्थान चिन्हित किए जाएंगे, जहां पार्किंग की जा सके। पार्को के चहुंओर फुटपाथ पर वाहन खड़े कर दिए जाते हैं। पार्कों के सामने कूड़ा क्यों गिराया जा रहा है?

-अरविद कुमार, निवासी नईबस्ती बिजनौर नगर पालिका प्रशासन की ओर से निरंतर शहर में स्थित गांधी पार्क, पालिका परिसर में बने पार्क की देखभाल की व्यवस्था की जा रही है। कई बार इन पार्कों के आसपास खड़े वाहनों के मालिकों को नोटिस भी दिए गए हैं। वहीं इन पार्कों के आसपास से निरंतर कूड़ा भी उठाया जा रहा है। फुटपाथ पर खड़ी ई-रिक्शाएं और बाजारों में इनका अव्यवस्थित संचालन भी जाम की स्थिति उत्पन्न कर देता है। पालिका क्या प्रयास करेगी?

-तुषार कुमार, निवासी आवास कालोनी, बिजनौर शहर में 1618 ई-रिक्शा रजिस्टर्ड चल रही हैं। इसके अलावा बेगावाला, लडूपुरा, बकली और झालू से बिजनौर में आवाजाही रहती है। जाम की समस्या से निपटने के लिए मुख्य डाकघर से पुरानी तहसील तक प्रतिदिन सुबह सात से रात्रि आठ बजे तक रिक्शाओं की आवाजाही पर रोक लगा रखी है। वहीं रिक्शा यूनियन की बैठक में उन्हें इस नियम की जानकारी भी दी गई है। -शहर में दीवानवाला तालाब का सौंदर्यीकरण कब तक पूरा होगा?

-नवीन कुमार, प्रकाशवीर, निवासी बिजनौर। विदुरकुटी रोड स्थित दीवानवाला तालाब के सौंदर्यीकरण की कार्ययोजना तैयार हो गई है। तालाब में फव्वारा, चारों ओर बनाए गए फुटपाथ पर इंटरलाकिग ईंट बिछवाने के साथ-साथ हरियाली के पौध रोपित की जाएगी। वहीं पथ प्रकाश की भी व्यवस्था की जाएगी, ताकि लोग तालाब के किनारे सैर कर सकें। -शहर के संपूर्ण विकास की क्या योजनाएं हैं, सीमा विस्तार का क्या हुआ?

-प्रमोद कुमार, निवासी सोतियान बिजनौर।

शहर में 38 सड़कों के टेंडर्स मांगे गए हैं, जिन्हें 26 अक्टूबर को खोला जाएगा। वहीं सीमा विस्तार के बाद शहर में शामिल हुए गांवों के विकास को सरकार से बजट मांगा गया है, कितु अभी तक बजट अवमुक्त नहीं हुआ है। बजट के लिए प्रयास किए जाएंगे।


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