कुपोषण से बचाव को बच्चे को मां का दूध जरूरी
धामपुर(बिजनौर) : ब्लाक परिसर में सुपोषण मेले का आयोजन किया गया। इस दौरान चिकित्सकों ने बताया कि कुपोषण से बचाव को बच्चे को मां का दूध जरूरी है। इसके अलावा लघु नाटक के जरिए भी कुपोषण को दूर करने की जानकारी दी गई।
धामपुर(बिजनौर) : ब्लाक परिसर में सुपोषण मेले का आयोजन किया गया। इस दौरान चिकित्सकों ने बताया कि कुपोषण से बचाव को बच्चे को मां का दूध जरूरी है। इसके अलावा लघु नाटक के जरिए भी कुपोषण को दूर करने की जानकारी दी गई। गुरुवार को ब्लाक परिसर में सुपोषण मेले का आयोजन किया गया। इस दौरान एसडीएम वीरेन्द्र कुमार मौर्य ने बताया कि बच्चों में कुपोषण बढ़ता जा रहा है। जबकि कुपोषण को दूर करने को तमाम योजनाएं भी चलाई जा रही हैं। जन्म से ही बच्चे का पूरा ख्याल रखा जाना चाहिए। पीएचसी प्रभारी डा. पीके गुप्ता ने बताया कि कुपोषण को कम करने के लिए जन्म से एक घंटे बाद ही स्तनपान कराया जाना चाहिए। शिशु को छह माह तक पानी नहीं दिया जाना चाहिए बल्कि मां ही दूध दिया जाना चाहिए। इसके अलावा छह माह से दो वर्ष तक ऊपरी आहार देना चाहिए। उन्होंने इसके अलावा अन्य जानकारियां भी दी। इस मौके पर बच्चों ने लघु नाटिकाएं भी प्रस्तुत की, जिनके माध्यम से कुपोषण को दूर करने की जानकारी दी गई। इस अवसर पर एडीओ पंचायत अनिल कुमार, सीडीपीओ हेमलता सैनी, एबीएसए योगेशपाल ¨सह, ज्योति, सुनीता, कृष्ण, मिथिलेश, मीनाक्षी, ऊषा, ममता, उमा, बीना आदि उपस्थित रहे।