Move to Jagran APP

खाना बनाने में नहीं रखा जाता सफाई का ख्याल

बिजनौर : शासनादेश पर जिले भर के सभी प्राथमिक, माध्यमिक विद्यालयों एवं मदरसों में छात्र- छात्राअ

By JagranEdited By: Published: Mon, 26 Mar 2018 10:57 PM (IST)Updated: Mon, 26 Mar 2018 10:57 PM (IST)
खाना बनाने में नहीं रखा जाता सफाई का ख्याल

बिजनौर : शासनादेश पर जिले भर के सभी प्राथमिक, माध्यमिक विद्यालयों एवं मदरसों में छात्र- छात्राओं को मिड-डे-मील दिया जाता है। मिड-डे-मील बनाने वाले एनजीओ खाना बनाने के दौरान सफाई का ध्यान नहीं रखते। यही कारण है कि नगीना के मदरसा फैजुल कुरान जैसी घटनाएं होती हैं।

loksabha election banner

जिले की सभी 12 नगर पालिका एवं छह नगर पंचायतों में विद्यालयों के लिए एनजीओ से मिड-डे-मील तैयार कराया जाता है। मदरसा फैजुल कुरान में धामपुर के ठेकेदार अजीत कुमार का एनजीओ खाना सप्लाई करता है। बताया जाता है कि धामपुर से रोजाना खाना नगीना लाया जाता है। सोमवार को खाना खाने के बाद मदरसे में अध्ययनरत बच्चों की हालत बिगड़ने लगी। 50 से अधिक बच्चे खाना खाने के बाद बीमार हो गये। खाना बनाते समय सफाई का उचित ध्यान नहीं रखने के कारण यह घटना हुई है। गनीमत रही कि समय से उपचार मिलने के कारण सभी बच्चे स्वस्थ हैं।

नमूने लेने पहुंची खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम

खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के चीफ खाद्य सुरक्षा अधिकारी जेपी ¨सह एवं खाद्य निरीक्षक सूचना मिलने पर मदरसे पहुंचे। उन्होंने बताया किया कि मौके पर खाना नहीं मिला था। इस कारण उसका नमूना नहीं लिया जा सका। मदरसे के मैनेजर ने बताया कि पहली शिफ्ट में 268 बच्चे थे। जिन्होंने मिड-डे-मील खाया था। खाने में छिपकली मिलने की जानकारी मिले से हड़कंप मच गया। 50 बच्चे बीमार हो गये। जिन्हें सीएचसी में भर्ती कराया। बचा खाना नष्ट करा दिया गया। मंगलवार को धामपुर पहुंच कर खाना बनाने वाले स्थान का निरीक्षण किया जाएगा एवं तैयार खाने तथा मसालों के सर्विलांस नमूने लिए जाएंगे। कमी मिलने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

नहीं लिए जाते मिड डे मील के नमूने

नगीना: मिड-डे- मील में छिपकली निकलने व 50 बच्चों के बीमार होने की घटना के बाद भी खाद्य विभाग की कुंभकर्णी नींद नहीं टूटी। खाद्य सुरक्षा विभाग की लापरवाही के चलते नगर में कभी भी कोई बड़ी घटना हो सकती है। सोमवार को हुई घटना से प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मचा रहा। लेकिन गनीमत यह रही कि कोई भी बच्चा ¨चताजनक हालत में नही पहुंचा। इस तरह की घटना भविष्य में न हो इसलिये दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है। नगर के दो मदरसों सहित प्राइमरी के 20 स्कूलों को धामपुर निवासी अजीत कुमार की एनजीओ ही मिड डे मील सप्लाई करती है। संस्था धामपुर में खाना बनवाकर नगर क्षेत्र के विद्यालयों में वितरित कराती है। (संसू)


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.