लगातार हादसों से भी नहीं लिया सबक
रेलवे क्रॉसिग पर एक पखवाड़े में हुए हादसों से रेलवे अधिकारियों ने सबक नहीं लिया।
बिजनौर, जेएनएन। रेलवे क्रॉसिग पर एक पखवाड़े में हुए हादसों से रेलवे अधिकारियों ने सबक नहीं लिया। शनिवार देर शाम ट्रैक्टर टिप्लर पलटने और ट्रैक्टर ट्रॉली रेलवे क्रॉसिग पर फंसने से ट्रेनों का संचालन बाधित हुआ था। साथ ही ट्रैक्टर चालक घायल हो गया था। इससे पहले सेंट मेरीज स्कूल जा रहे बच्चों की ई-रिक्शा पलटने से बच्चे घायल हो गए थे।
रेलवे निर्माण खंड ने नवंबर में रेलवे क्रॉसिग 482 क्षेत्र में अप रेल लाइन पर स्लीपर और नई रेल लाइन बदलने का काम किया था। इस दौरान दो दिन के लिए रेलवे क्रॉसिग से सड़क यातायात बंद रखा गया था। नया ट्रैक बनाने के बाद मजदूरों ने मलबा भरकर उस पर सीमेंटेड टाइल्स रख दीं। सड़क की सही ढंग से मरम्मत नहीं की गई। रेलवे क्रॉसिग से रोजाना छोटे-बड़े हजारों वाहन गुजरने और भारी वाहनों के कारण सीमेंटेड टाइल्स शतविक्षत हो गईं। संयोग से जिस स्थान पर रेलवे क्रॉसिंह है, उससे गुजरने वाली सड़क ट्रैक से कुछ तिरछी उतरती है। जिस कारण रेल लाइन और उससे सटी उखड़ी पड़ीं सीमेंटेड टाइल्स से वाहनों के पहिये स्लिप होने से वाहन अनियंत्रित हो रहे हैं। ऐसे में हादसों का खतरा निरंतर बना हुआ है। मार्ग से गुजरने वाले लोगों अमरजीत सिंह, पवन राजपूत, देवेंद्र एडवोकेट ने रेलवे द्वारा रेल ट्रैक बदलने के लिए तोड़ी गई सड़क की मरम्मत नहीं किए जाने पर रोष व्यक्त किया। -इनका कहना है
रेलवे क्रॉसिग क्षेत्र में अभी अप लाइन पर ही काम किया गया है। पीडब्लूआइ सेक्शन को डाउन लाइन पर भी काम करना है। इसके बाद पूरी तरह से सड़क बनाने का काम किया जाएगा। हालांकि आवागमन को सुचारू रखने के लिए आइ ब्लॉक डाले गए हैं, लेकिन आए दिन हादसों की स्थिति को देखते हुए मरम्मत कार्य कराया जाएगा। -शिव सिंह रावत, आइओडब्लू रेलवे नजीबाबाद।