कांवड़ियों पर छाई भोले के नाम की मस्ती
नजीबाबाद(बिजनौर): ज्यों-ज्यों श्रावण मास की शिवरात्रि का पावन पर्व नजदीक आ रहा है, श्रावणी कां
नजीबाबाद(बिजनौर): ज्यों-ज्यों श्रावण मास की शिवरात्रि का पावन पर्व नजदीक आ रहा है, श्रावणी कांवड़ियों की कदमताल भी तेजी पकड़ने लगी है। हर-हर, बम-बम का जयघोष करते कांवड़ियों के जत्थे नजीबाबाद से गंतव्य की ओर बढ़ रहे हैं।
लबों पर ओम नम: शिवाय का जाप करते हुए निरंतर आगे बढ़ रहे कांवड़िये शनिवार को नजीबाबाद में भक्ति धुनों पर थिरकते नजर आए। हर किसी को भोले के नाम से पुकार रहे कांवड़ियों पर भोले के नाम की मस्ती नजर आ रही थी। एक दो तीन चार, भोले तेरी जय-जयकार.., घुंघरू बोले पायल बोले, जय भोले जय भोले.. सरीखे जयघोष करते हुए बढ़ रहे कांवड़िये अपने लिए खुद ही रास्ता बनाते चल रहे थे। हालांकि प्रशासन द्वारा प्रमुख स्थानों पर पुलिस के पुख्ता इंतजाम किए हुए हैं। एक साथ कई कई जत्थों के नजीबाबाद से गुजरने से सड़कें भगवा रंग में रंगी नजर आ रही हैं। कटहरा जनहित समिति ने लगाया कांवड़ सेवा शिविर
नजीबाबाद: हरिद्वार मार्ग पर दोयजवाली क्षेत्र में कटहरा जनहित समिति की ओर कांवड़ सेवा शिविर लगाया गया। एसडीएम डा.पंकज वर्मा ने शिविर का शुभारंभ किया।
समिति के अध्यक्ष विवेक अग्रवाल, मंत्री महेंद्र कुमार की देखरेख में आयोजित कांवड़ सेवा शिविर के उद्घाटन पर एसडीएम ने कहा कि कांवड़ियों की कठिन साधना में उनकी मदद कर क्षेत्र के समाजसेवी पुण्य के भागीदार बने हैं। उन्होंने कांवड़ यात्रा को निर्बाध संपन्न कराने के लिए समाज के विभिन्न वर्गों से सहयोग की अपील की। कार्यक्रम में प्रशासनिक सेवाओं के साथ साथ विभिन्न क्षेत्रों में समाजसेवी की भूमिका में नजर आने पर एसडीएम डा.पंकज वर्मा को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। शिविर में कपिल ठाकुर, तेजपाल ठाकुर, भानूप्रकाश, मो.यामीन, विपिन ठाकुर, भगवाना ¨सह, विक्रम सैनी, मंगूराम का सहयोग रहा। सांसें अटकी रहीं, गुजरते रहे कांवड़ियां वाहन
मंडावली: पर्वतीय इलाकों के साथ साथ क्षेत्र में हो रही बारिश से कोटावाली नदी में रुक-रुककर उफान आ रहा है। कोटावाली नदी पर बने पुल से भारी वाहनों का आवागमन बंद है। भारी वाहनों के साथ साथ कांवड़ियों के वाहन भी नदी पर बने अस्थाई मार्ग से जोखिम उठाकर गुजर रहे हैं। शनिवार को अस्थाई मार्ग पर एक से दो फिट तक नदी का पानी तीव्र गति से बह रहा था। कोटावाली नदी की उत्तर प्रदेश सीमा पर मंडावली थाना और उत्तराखंड सीमा पर श्यामपुर थाना की पुलिस मौजूद रही। रपटे पर पानी के बहाव को देखते हुए कुछ देर तक वाहनों को रोकने के बाद एक-एक कर सावधानीपूर्वक गुजारा गया। संयोग से कोई हादसा पेश नहीं आया। पुलिस ने किसी भी सूरत में एक साथ आमने-सामने से वाहनों को नहीं गुजरने दिया।