जुनैद की सफलता पर नगीना को नाज
नगीना (बिजनौर) यूपीएससी सिविल सर्विसेस परीक्षा 2018 में नगीना के मोहल्ला अकाबरान निवासी जुनैद अहमद ने तीसरा स्थान पाकर न सिर्फ परिवार व नगर बल्कि जिले का देश में नाम रोशन किया। निवासीमोहल्ला अकाबरान निवासीमोहल्ला अकाबरान निवासीमोहल्ला अकाबरान निवासी
नगीना (बिजनौर) : यूपीएससी सिविल सर्विसेस परीक्षा 2018 में नगीना के मोहल्ला अकाबरान निवासी जुनैद अहमद ने तीसरा स्थान पाकर न सिर्फ परिवार व नगर, बल्कि जिले का देश में नाम रोशन किया। जुनैद अहमद की सफलता के बाद उनके घर से लेकर उनके पिता के कार्यालय तक बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। शनिवार को जुनैद अहमद के पिता जावेद हुसैन एडवोकेट जब नगीना तहसील कंपाउंड स्थित अपने चैम्बर पर पहुंचे, तो प्रभारी उप निबंधक नगीना प्रदीप कुमार विश्नोई, नवीन कुमार माहेश्वरी व समस्त स्टाफ एवं अधिवक्तागणों ने उन्हें मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार कर शुभकामनाएं दी।
नगर के मोहल्ला अकाबरान निवासी जावेद हुसैन एडवोकेट के दो पुत्र व दो पुत्रियां हैं। सन 1991 में जन्मे जुनैद अहमद यूपीएससी में देश में तीसरा स्थान प्राप्त करके परिवार व नगर ही नहीं बल्कि, पूरे जनपद का देश में नाम रोशन किया। ऑल इंडिया में तीसरी रैंक प्राप्त करने के बाद उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लग गया। उनकी इस सफलता से परिजन बेहद खुश नजर आये। जुनैद अहमद ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता, भाई बहनों, मित्रों व शिक्षकों को दिया है। पिता ने बताया कि उनके बेटे जुनैद अहमद की प्रारंभिक शिक्षा कक्षा एक से छह तक की नगर के सेंट मेरीज स्कूल से हुई। इसके बाद कक्षा छह से 12 तक उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की मिटोसर्किल से शिक्षा ग्रहण की। बाद में नोएडा की शारदा यूनिवर्सिटी से उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक से बीटेक की डिग्री प्राप्त की। सिविल सर्विस की तैयारी करने के लिए जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी नई दिल्ली में कोचिग करने के लिए आ गए।
-गत वर्ष थी 352 वीं रैंक
पिछले वर्ष 2017 में जुनैद अहमद ने यूपीएससी में 352वी रैंक प्राप्त की तथा नगर का नाम रोशन किया और ज्वाइन कमिश्नर इनकम टैक्स व कस्टम विभाग के लिए हैदराबाद में ट्रेनिग पर भेज दिया गया। इस समय वह हैदराबाद में ट्रेनिग कर रहे हैं। जुनैद अहमद के पिता व माता आयशा रजा दोनों ही अधिवक्ता है। माता आयशा रजा एडवोकेट ने बताया कि शुरू से ही शिक्षा के प्रति जुनैद बहुत सजग तथा परिश्रम करता था। वह हमेशा से ही प्रथम स्थान प्राप्त करता था। सिविल सेवा की तैयारी के समय भी उसने लगातार आठ से 10 घंटे पढ़ाई की। गत वर्ष यूपीएससी में 352 रैंक प्राप्त के बाद भी वह छह घंटे लगातार पढ़ते थे।
-परिवार का ब्योरा
जुनैद अहमद के पिता जावेद हुसैन एवं माता आयशा रजा दोनों ही अधिवक्ता है। पिता जावेद हुसैन ने बताया कि जुनैद का छोटा भाई नगीना सेंट मेरे से 12वीं कर रहा है तथा बड़ी बहन ने एमबीए किया था। शादी के बाद वह अपने परिवार के साथ सऊदी अरब रह रही है। छोटी बहन हाबिया मिर्हाजा फिजियोथेरेपी करके दिल्ली में जॉब कर रही हैं।