कोटद्वार रूट पर अभी नहीं चलेगी इलेक्ट्रिक ट्रेन
नजीबाबाद(बिजनौर) कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) ने नजीबाबाद-कोटद्वार रेल ट्रैक विद्युतीकरण कार्य का निरीक्षण किया। सीआरएस ने उपस्कर लाइन की ऊंचाई एवं इलेक्ट्रिक पोल की फाउंडेशन का भी बारीकी से अवलोकन किया। डिजिटल सिग्नल व्यवस्था अधूरी मिलने पर फिलहाल नजीबाबाद-कोटद्वार के बीच इलेक्ट्रिक ट्रेन को हरी झंडी दे पाना संभव नहीं हो सका।
नजीबाबाद(बिजनौर): कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) ने नजीबाबाद-कोटद्वार रेल ट्रैक विद्युतीकरण कार्य का निरीक्षण किया। सीआरएस ने उपस्कर लाइन की ऊंचाई एवं इलेक्ट्रिक पोल की फाउंडेशन का भी बारीकी से अवलोकन किया। डिजिटल सिग्नल व्यवस्था अधूरी मिलने पर फिलहाल नजीबाबाद-कोटद्वार के बीच इलेक्ट्रिक ट्रेन को हरी झंडी दे पाना संभव नहीं हो सका।
बड़ौदा हाउस दिल्ली एवं मंडल रेल अधिकारियों के साथ सीआरएस रामकृपाल यादव शनिवार सुबह करीब नौ बजे नजीबाबाद रेलवे स्टेशन पहुंचे। उन्होंने स्टेशन अधीक्षक अरविद कुमार, स्टेशन मास्टर अविनाश गुप्ता, रानी सिंह से पैनल संचालन, कोटद्वार ब्रांच लाइन पर ट्रेन संचालन, शंटिग आदि के संबंध में जानकारी की। इसके बाद सीआरएस स्पेशल टावर वैगन से कोटद्वार रेलवे ब्रांच लाइन पर कराए गए विद्युतीकरण कार्य के निरीक्षण के लिए रवाना हुए। 25 किलोमीटर लंबे रेल ट्रैक पर इलेक्ट्रिक ट्रेन संचालित करने से पहले सीआरएस ने उपस्कर विद्युत लाइन की ऊंचाई, विद्युत खंभों की बुनियाद समेत विद्युतीकरण कार्य में किए गए अन्य कार्यो को बारीकी से देखा।
सीआरएस ने रेलवे क्रासिंग पर बनाए गए हाइगेज की ऊंचाई के मानक को देखा। उन्होंने सुखरो नदी रेलवे पुल पर किए गए कार्य का बारीकी से निरीक्षण किया। नजीबाबाद-कोटद्वार के बीच अधिकांश जगहों पर डिजिटल सिग्नल व्यवस्था अधूरी मिली। जिस पर फिलहाल इलेक्ट्रिक संचालन को स्वीकृति प्रदान नहीं की गई। सीआरएस ने कोटद्वार रेलवे स्टेशन पहुंचकर स्टेशन मास्टर कक्ष और स्टेशन परिसर का निरीक्षण किया। इस दौरान एडीआरएम अश्वनी कुमार, डीओएम गौरव दीक्षित, सीनियर डीएसटीई आरके चौधरी, सीनियर डीईईजी मनोज पांडेय, एडीईएन अभिषेक कुमार, एसएसई टीआरडी कंस्ट्रक्शन हरिद्वार प्रवीण जैन, टीआई आरके मीना समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।