हाईवे के हालात बदतर, हादसों का खतरा बढ़ा
क्षेत्र के बदहाल मार्गों की हालत में सुधार करने में रुचि नहीं लिए जाने से हालात दिनोंदिन बदतर हो रहे हैं। नजीबाबाद से हरिद्वार मार्ग पर कई जगह हाईवे के हालात इतने खराब हो चुके हैं कि लोग आवागमन में परेशानी के साथ साथ संभावित हादसों का तनाव भी झेल रहे हैं।
बिजनौर, जेएनएन। क्षेत्र के बदहाल मार्गों की हालत में सुधार करने में रुचि नहीं लिए जाने से हालात दिनोंदिन बदतर हो रहे हैं। नजीबाबाद से हरिद्वार मार्ग पर कई जगह हाईवे के हालात इतने खराब हो चुके हैं कि लोग आवागमन में परेशानी के साथ-साथ संभावित हादसों का तनाव भी झेल रहे हैं।
पिछले महीने हाईवे की जर्जर में सुधार के लिए जीर्णोद्धार कार्य शुरू किया गया था। कार्य को बीच में ही रोक दिया गया। दो दिन पहले फिर मरम्मत कार्य शुरू किया गया तो सोमवार को हुई बारिश काम में बाधा बन गई। इस समय कई जगह हाईवे गहरे गड्ढों में तब्दील हो रखा है। इन गड्ढों में बारिश का पानी भरा होने और मार्ग से भारी यातायात गुजरने के कारण संभावित हादसों को देखते हुए लोग परेशान हैं। शहर में मालगोदाम तिराहे से साहनपुर तक हाईवे से आबादी क्षेत्र है। मार्ग पर कई शॉपिग कांप्लेक्स और अस्पताल आदि संस्थान भी हैं। मार्ग बदहाल होने से मरीजों, बाजार खरीदारी करने के लिए निकलने वाले लोगों और क्षेत्रवासियों को खासी दिक्कतों से जूझ़ना पड़ रहा है।
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ओवरलोड डंपरों का हो
रहा ताबड़तोड़ संचालन
नजीबाबाद: प्रशासन खस्ताहाल मार्गों से तो बेखबर है ही, खनन से जुड़े ओवरलोड डंपरों और अन्य भारी वाहनों के संचालन से सड़कों की हालत दिनोंदिन खराब होने से भी प्रशासनिक अधिकारी अंजान हैं। यूपी-उत्तराखंड सीमा पर कोटद्वार क्षेत्र से पूरी रात खनिज संपदा से भरे डंपरों का पूरी रात ताबड़तोड़ संचालन होता है। बारिश से कमजोर पड़ी सड़कें इन डंपरों की जबरदस्त आवाजाही से उधड़ चुकी हैं। आलम यह है कि दिन में भी खनन से भरे डंपरों की शहर के बीच से आवाजाही को प्रशासन नहीं रोक पा रहा है।