Bijnor News: धनसीनी के जंगल में पिंजरे में कैद हुआ गुलदार, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस
बिजनौर के धनसीनी जंगल में एक गुलदार पिंजरे में कैद हो गया, जिससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। वन विभाग ने गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया था, जिसमें वह फंस गया। गुलदार को चिड़ियाघर भेजने के लिए शासन से अनुमति मांगी गई है।
-1764662972132.webp)
पिंजरे में कैद गुलदार
संवाद सहयोगी, जागरण बिजनौर। सामाजिक वानिकी बिजनौर वन प्रभाग की नजीबाबाद रेंज के ग्राम धनसीनी के जंगल में एक बार फिर से गुलदार पिंजरे में फंस गया। इससे एक ओर जहां ग्रामीणों ने राहत की सांस ली, तो वहीं दूसरी तरफ वन विभाग का सिरदर्द कम हुआ। करीब 20 दिन पूर्व भी धनसीनी के ही जंगल से गुलदार वन विभाग के पिंजरे में फंस गया था।
जिलेभर में गुलदार 35 से अधिक लोगों की जान ले चुका है। हर तरफ गुलदार के भय से जिलेवासी काफी परेशान हैं। रविवार की देर रात किसी समय नजीबाबाद क्षेत्र में स्थित ग्राम धनसनी में गुलदार वन विभाग के पिंजरे में कैद हो गया। वन विभाग की टीम गुलदार को सुरक्षित पकड़कर अपने साथ ले गई।
किसानों ने पिंजरे में फंसा देखा गुलदार
गुलदार के हमलों में अब तक 35 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, जबकि सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। वन विभाग लगातार गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरे लगा रहा है और लोगों को जागरुक करने के लिए अभियान भी चला रहा है। सोमवार की सुबह जब किसान अपने खेतों में काम करने के लिए पहुंचे तो उन्होंने पिंजरे में गुलदार फंसा पाया।
इसके बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और गुलदार को सुरक्षित अपने साथ ले गई। डीएफओ बिजनौर जयसिंह कुशवाहा ने बताया कि पकड़ी गई मादा गुलदार की उम्र लगभग चार वर्ष है।
फिलहाल गुलदार नजीबाबाद रेंज में ही वनकर्मियों और पशु चिकित्सकों की देखरेख में रहेगा। गुलदार को चिड़ियाघर भेजने के लिए शासन से अनुमति मांगी गई है। वहां से अप्रूवल मिलते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
यह भी पढ़ें- 'मुझे जान का खतरा'... ससुराल से दीपांशी ने भेजा आखिरी मैसेज, परिवार पहुंचा तो फांसी पर लटकी मिली बिटिया

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।