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सरकार के हाथों की कठपुतली नहीं ग्राम प्रधान

जासं, नजीबाबाद: ग्राम प्रधान संघ का अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन तीसरे दिन भी जारी रहा। ग्राम प्रधा

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Nov 2018 10:05 PM (IST)Updated: Sat, 17 Nov 2018 10:05 PM (IST)
सरकार के हाथों की कठपुतली नहीं ग्राम प्रधान

जासं, नजीबाबाद: ग्राम प्रधान संघ का अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन तीसरे दिन भी जारी रहा। ग्राम प्रधानों ने मनरेगा कार्यो को वित्त आयोग से जोड़ने का विरोध निरंतर जारी रखने की बात कही।

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ग्राम प्रधान संघ के ब्लॉक अध्यक्ष रोहिताश ¨सह के नेतृत्व में कई ग्राम प्रधान शनिवार को तहसील परिसर में धरनास्थल पर डटे रहे। ग्राम प्रधानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। ग्राम प्रधान रोहिताश ¨सह का आरोप था कि सरकार मनमानी नीतियों के तहत ग्राम प्रधानों से काम लेने की बजाए उनके शोषण और उत्पीड़न पर आमादा है। मनरेगा कार्यों को वित्त आयोग से जोड़कर विकास कार्य कराना उचित नहीं है। बिजौरी के ग्राम प्रधान हरप्रीत ¨सह संधू ने कहा कि अलग-अलग मदों में कराए जाने वाले कार्यों के लिए ही समय पर बजट नहीं मिल पाता। ऐसे में मनरेगा योजना के कार्यों को राज्य वित्त से जोड़कर सरकार सीधे-सीधे उत्पीड़न कर रही है।

तिसोतरा के ग्राम प्रधान कामेंद्र तोमर ने कहा कि ग्राम प्रधान सरकार की हाथों की कठपुतली नहीं बनेंगे। ग्राम प्रधान अपने क्षेत्र का मुखिया और स्वतंत्र इकाई है। अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन में नितेश त्यगाी, हरीशचंद्र, फहमीद अहमद, सुनील शर्मा, अब्दुल हई, फराहीम, रविराज, मौहम्मद यूसुफ, अजय कुमार, रोहित कुमार, शीशराम सहित कई ग्राम प्रधान शामिल रहे।


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