हरिद्वार में गंगा घाट सुंदरीकरण की होगी जांच
जेएनएन बिजनौर। हरिद्वार महाकुंभ में गंगा स्नान की तैयारियों के अंतर्गत घाटों के सुंदरीकरण्
जेएनएन, बिजनौर। हरिद्वार महाकुंभ में गंगा स्नान की तैयारियों के अंतर्गत घाटों के सुंदरीकरण की जांच की जाएगी। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने उत्तराखंड की नोडल अधिकारी को जांच के निर्देश दिए हैं।
हरिद्वार महाकुंभ में पहले गंगा स्नान को चार दिन शेष हैं। मकर संक्रांति पर पहला स्नान होगा। उत्तराखंड शासन-प्रशासन ने गंगा स्नान की सभी तैयारियां लगभग पूर्ण कर ली हैं, लेकिन सुंदरीकरण में चूक पर किसी का ध्यान नहीं गया।
नजीबाबाद के आरटीआइ कार्यकर्ता मनोज शर्मा ने सात जनवरी को पीएमओ में शिकायत की कि महाकुंभ के अंतर्गत घाटों के सुंदरीकरण पर लाखों रुपये खर्च किए गए। घाट की सीढि़यों पर खुरदरे पत्थरों के बजाय मार्बल लगाया गया है। मार्बल पर काई जमने से फिसलन होने लगी है। इससे श्रद्धालुओं के साथ दुर्घटना होने की आशंका बढ़ गई है। उन्होंने सुरक्षा मानकों की अनदेखी कर मानव जीवन से खिलवाड़ पर चिता व्यक्त करते हुए कार्रवाई की मांग की थी।
बकौल मनोज शर्मा, मंगलवार को वह प्रधान पति नितेश त्यागी की माता के अंतिम संस्कार में हरिद्वार गए थे। गंगा घाट पर स्नान के लिए गए तो मार्बल पर फिसलकर गिर गए। कमर में काफी चोट आई। साथ गए लोगों ने उन्हें गंगा में गिरने से बचाया।
शुक्रवार को ही पीएमओ ने उत्तराखंड की नोडल अधिकारी आरती बलौदी को जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। वैक्सीन के बाद भी बरतनी होगी सावधानी
जेएनएन, बिजनौर। कोरोना के प्रति सावधानी और सतर्कता ही इस पर जीत का माध्यम है। जैसे-जैसे संक्रमण कम हुआ है, लोगों की लापरवाही बढ़ गई है। हालांकि अब वैक्सीन आ गई है, लेकिन इसके बाद भी सतर्कता व सावधानी के साथ हमें आगे बढ़ना होगा। यह बात नगर के वरिष्ठ चिकित्सक डा. जानिब हाशमी ने कही।
डा. जानिब हाशमी इस समय में अधिक सावधानी बरतने की सलाह देते हैं। उनका कहना है कि कोरोना को लेकर शुरुआती दौर में जितना डर था, वह अनलाक होते-होते गायब हो गया। अब तो स्थिति यह है कि लोग बिना मास्क के शारीरिक दूरी के नियमों को दरकिनार कर रहे हैं। जबकि यह समय लापरवाही बरतने का नहीं है। उन्होंने कहा कि पहले की तरह ही सावधानी और बचाव के तरीके अपनाए रखने होंगे।
डा. जानिब हाशमी का कहना है कि वैक्सीन आ गई है। लेकिन प्रत्येक आदमी की पहुंच तक आने में अभी समय लगेगा। कई चरणों में टीकाकरण होना है, पहले फ्रंट लाइन वॉरियर और बाद में बुजुर्गाें को वैक्सीन दी जाएगी। ऐसे में यह समय अति महत्वपूर्ण है, वैक्सीन आने के बाद भी हमें सतर्कता और सावधानी छोड़नी नहीं है। उन्होंने कहा कि किसी भी बीमारी से बचाव में दवाई के साथ खान-पीन व हमारी दिनचर्या महत्वूर्ण कारक है। सर्दियों में खाने के साथ व्यायाम का भी ख्याल रखें। मास्क, सैनिटाइजर व शारीरिक दूरी के नियमों का पहले की तरह ही पालन होना चाहिए।