समझौते के बाद आधी रात में छोड़े किसान
बिजनौर : वेव ग्रुप की चीनी मिलों से बकाया भुगतान की मांग कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज की घटना की गूंज लखनऊ तक पहुंचने के बाद पुलिस-प्रशासन बैकफुट पर आ गया।
बिजनौर : वेव ग्रुप की चीनी मिलों से बकाया भुगतान की मांग कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज की घटना की गूंज लखनऊ तक पहुंचने के बाद पुलिस-प्रशासन बैकफुट पर आ गया। आला अफसरों के फोन घनघनाने के बाद अधिकारियों ने हिरासत में लिए गए किसान नेताओं से वार्ता की। पांच घंटे तक चली समझौता वार्ता में 11 फरवरी तक संपूर्ण भुगतान कराने का का आश्वासन देकर किसानों को रात्रि में ही छोड़ दिया। इसके बाद आजाद किसान यूनियन (आकियू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी राजेंद्र ¨सह ने मंगलवार को रशीदपुर गढ़ी में होने वाली पंचायत स्थगित कर दी।
सोमवार को कलक्ट्रेट परिसर स्थित डीएम कार्यालय पर आत्मदाह के लिए चिता लगाने का प्रयास कर रहे किसानों को पुलिस ने पीटा था और पानी की बौछार भी की थी। करीब 50 किसानों को चोट आई थी। पुलिस ने आकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी राजेंद्र कुमार, ओमपाल ¨सह, शकील अहमद, हुकुम ¨सह, बबलू, रामकरण, संजीव, पवन कुमार, धीरेंद्र कुमार को शांतिभंग में गिरफ्तार किया था।
पुलिस लाइन में किसान नेताओं की एसडीएम सदर ब्रजेश कुमार व सीओ महेश कुमार के साथ कई चरण में वार्ता हुई। प्रशासनिक अफसरों ने 11 फरवरी तक संपूर्ण भुगतान कराने का आश्वासन दिया। शादी और बीमारी के मामलों से जुड़े किसानों को भुगतान में प्राथमिकता मिलेगी। इसके बाद सभी किसान प्रतिनिधियों को आधी रात में छोड़ दिया गया। बताया जाता है कि लखनऊ से अधिकारियों ने इस घटना का संज्ञान लिया।
समझौते का पालन नहीं हुआ, तो 12 को होगी महापंचायत
संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी राजेंद्र ¨सह ने कहा, यदि प्रशासन ने 11 फरवरी तक समझौते की शर्ते नहीं मानीं तो 12 फरवरी को रसीदपुर गढ़ी में महापंचायत बुलाई जाएगी। लाठीचार्ज के दोषी अफसरों पर कार्रवाई कराने के भी प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन ने गन्ना समिति में किसानों को रोक दिया होता, तो शायद लाठीचार्ज न होता। इस मौके पर प्रदेश संयोजक एमपी ¨सह, जिलाध्यक्ष वीरेंद्र ¨सह, शकील अहमद, संजीव अहमद समेत कई अन्य किसान नेता मौजूद थे।