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यूरिया की किल्लत से जूझ रहे किसान

किसानों को यूरिया खाद नहीं मिल रहा है। इससे वह काफी परेशान हैं। किल्लत के चलते फसलों को खाद नहीं दे रहे हैं। किसान समितियों के चक्कर काटने को मजबूर हैं। उनका कहना है कि यदि समिति पर खाद आता भी है तो कर्मी अपने चहेतों को वितरित कर देते हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Jun 2021 06:08 PM (IST)Updated: Tue, 22 Jun 2021 06:08 PM (IST)
यूरिया की किल्लत से जूझ रहे किसान

जेएनएन, बिजनौर। किसानों को यूरिया खाद नहीं मिल रहा है। इससे वह काफी परेशान हैं। किल्लत के चलते फसलों को खाद नहीं दे रहे हैं। किसान समितियों के चक्कर काटने को मजबूर हैं। उनका कहना है कि यदि समिति पर खाद आता भी है तो कर्मी अपने चहेतों को वितरित कर देते हैं। उधर, इस मामले में एसडीएम का कहना है कि यदि शिकायत मिलती है तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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किसानों को इस समय किसानों को धान व गन्ने की फसल के लिए खाद की बहुत जरूरत है। परन्तु किसानों को कई-कई दिन तक चक्कर लगाने पर भी खाद नही मिल पा रहा है। मोरना साधन सहकारी समिति पर कई दिनों से खाद नहीं हैं, जबकि खाद को लेकर किसान समिति कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। किसान समिति के अफसरों से इस बाबत जानकारी करते हैं तो उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया जाता। कुलदीप, राजेश, विक्रम, ललित, दिनेश, पंकज, जतिन आदि किसानों का आरोप है कि एक तो समिति पर खाद नहीं आ रहा है और यदि कभी आ भी जाता है तो समिति के कर्मचारी अपने चहेतों को वितरित कर देते हैं। इसके चलते समिति पर सुबह से खाद की इंतजार में मजबूर किसान वापस खाली निराश होकर घर लौट जाते हैं। किसानों ने स्थानीय प्रशासन से समितियों पर व्यवस्था सुधारने की मांग की है, ताकि किसानों को खाद मिल सके। वहीं इस मामले में उप जिलाधिकारी धीरेन्द्र सिंह ने बताया कि शिकायत आने पर मामले की जांच कराकर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


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