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किसानों का कलक्ट्रेट में प्रदर्शन, ज्ञापन

भारतीय किसान संघ के बैनर तले किसानों ने कलक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया। बाद में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम सदर बृजेश कुमार को सौंपा।

By JagranEdited By: Published: Sat, 07 Dec 2019 06:02 PM (IST)Updated: Sat, 07 Dec 2019 06:02 PM (IST)
किसानों का कलक्ट्रेट में प्रदर्शन, ज्ञापन
किसानों का कलक्ट्रेट में प्रदर्शन, ज्ञापन

बिजनौर, जेएनएन। भारतीय किसान संघ के बैनर तले किसानों ने कलक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया। बाद में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम सदर बृजेश कुमार को सौंपा।

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संघ के जिलाध्यक्ष धर्मपाल सिंह के नेतृत्व में शनिवार सुबह किसान सहकारी समिति में एकत्र हुए किसान जुलूस निकालकर नारेबाजी करते हुए कलक्ट्रेट पहुंचे। कलक्ट्रेट में हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि वायु प्रदूषण के नाम पर किसानों को अकारण प्रताड़ना दी जा रही है। किसान गेहूं की फसल की बुवाई के लिए गन्ने की सूखी पत्तियां एवं धान की पराली सैकड़ों सालों से जलाता आ रहा है। पत्ती एवं पराली जलाने से प्रदूषण नहीं होता, बल्कि भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ती है, जिसे वैज्ञानिकों ने भी सिद्ध कर दिया है। किसानों का आरोप था कि दिल्ली जैसे शहरों में प्रतिदिन एक करोड़ लीटर पेट्रोल डीजल के जलाने, एयरकंडीशन, डीजे, एनटीपीसी रबड़ प्लास्टिक, मिनिस्टर सॉलिड वेस्ट जलाने, कंक्रीट बेनीचिग, होटल रेस्टोरेंट, इंडस्ट्रियल स्टैक विमानों और विमानों से प्रदूषण फैलता है, कितु सरकार इन कार्यो में संलिप्त लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं करती। वहीं, सूखी गन्ने की पत्ती और पराली जलाने पर किसान पर 25 हजार का जुर्माना एवं मुकदमा दर्ज कराया जाता है। ज्ञापन में किसानों का उत्पीड़न बंद कराने, पिछले वर्ष का बकाया इस पेराई सत्र में खरीदे गन्ने का भुगतान दिलाने, गन्ना मूल्य 450 रुपये प्रति कुंतल घोषित किए जाने की मांग की गई। ज्ञापन देने वालों में राजकुमार, सत्यपाल, सुरेश कुमार, मदनपाल सिंह, लालसिंह, वीरेंद्र पाल सिंह समेत कई अन्य किसान शामिल थे।

तहसील में भाकियू भानू का धरना

जासं, बिजनौर: सदर तहसील में शनिवार को भारतीय किसान यूनियन भानु गुट की मासिक बैठक हुई। इस दौरान यूनियन के अध्यक्ष कुलवीर सिंह ने कहा कि किसानों के गन्ने का पिछले साल का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है। वहीं अभी तक गन्ना मूल्य घोषित नहीं हुआ है। बिजली की बढ़ी दरें भी कम करनी चाहिए। इससे किसानों पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है। अचानक काफी बिजली की दरें बढ़ा दी गई हैं। इस दौरान पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने सांकेतिक धरना देते हुए तहसीलदार धर्मेंद्र कुमार को ज्ञापन सौंपा। पूर्व प्रधान नरेश कुमार, घसीटा सिंह, जगत सिंह, राजेंद्र सिंह, पीतांबर सिंह, हमीदुल्ला, इरशाद समेत अन्य किसान मौजूद थे।


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